Jammu Kashmir BJP: रंधावा पर गिरी भाजपा की गाज, पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से हटाया
पूर्व मंत्री चौधरी शाम लाल को रंधावा की जगह राजौरी जिला का प्रभारी बनाया गया है। आपत्तिजनक बयानबाजी के लिए अनुशासन समिति ने रंधावा को 48 घंटे का समय दिया है। अभी तक रंधावा ने पार्टी के नोटिस का जवाब नही दिया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने आपत्तिजनक बयानबाजी करने वाले अपने पूर्व एमएलसी व प्रदेश सचिव विक्रम रंधावा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की सभी जिम्मेवारियों से हटा दिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने अनुशासन समिति की अंतरिम रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को रंधावा को प्रदेश सचिव व राजौरी जिला के प्रभारी के पद से हटा दिया।
पूर्व मंत्री चौधरी शाम लाल को रंधावा की जगह राजौरी जिला का प्रभारी बनाया गया है। आपत्तिजनक बयानबाजी के लिए अनुशासन समिति ने रंधावा को 48 घंटे का समय दिया है। अभी तक रंधावा ने पार्टी के नोटिस का जवाब नही दिया है। ऐसे में बुधवार दोपहर को यह समय पूरा होने के बाद शाम को अनुशासन समिति बैठक कर आगे की कार्रवाई करेगी।
पार्टी ने आपत्तिजनक बयानबाजी के लिए रंधावा के खिलाफ दर्ज हुई एफआइआर को भी उचित करार दिया है। रंधावा के खिलाफ कुछ मुस्लिम संगठनों की लिखित शिकायताें के बाद उनके खिलाफ जम्मू के त्रिकुटानगर थाने में शिकायत दर्ज हुई है। इसके साथ भाजपा के मुस्लिम नेता व कार्यकर्ता भी रंधावा से नाराज हो कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।मंगलवार को मुख्य प्रवक्ता सुनील सेठी की अध्यक्षता वाली प्रदेश भाजपा अनुशासन समिति ने रंधावा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने संबंधी अपनी अंतरिम रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दी। अनुशासन समिति की बैठक में सुनील सेठी के साथ कमेटी के सदस्य स विरेन्द्रजीत सिंह व एनडी रजवाल ने रंधावा की बयानबाजी पर चर्चा करते हुए इन्हें भाजपा की छवि के लिए नुकसानदायक करार दिया है। इस दौरान बयानबाजी पर दर्ज हुई एफआईआर को भी उचित ठहराया गया।
रंधावा ने गत वर्ष अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डा जितेन्द्र सिंह के खिलाफ भी आपत्तिजनक बयानबाजी की थी। इसके बाद माफी मांग लेने के बाद यह मामला खत्म हो गया था। अब रंधावा के एक समुदाय को लेकर की गई आपत्तिजनक बयानबाजी पर रंधावा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना लगभग तय है। विक्रम रंधावा टी-20 विश्वकप में भारत की हार पर कश्मीर में ह़ुए जश्न के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की थी। उन्होंंने कश्मीरी कठमुल्लों को सबक सिखाने, खाल उखाड़ने जैसे कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के साथ भारत की हार पर जीत मनाने वाली तथाकथित कश्मीरी लड़कियों का उल्लेख करते हुए कहा था कि वे पाकिस्तान के प्रति स्नेह रखते हुए जैकेटें उतार कर नाच रही थी। यह बयान वायरल होने के बाद राजनीति गर्मा गई थी।