जम्मू-कश्मीर में बनेगी बीसीसीआई कि्रकेट अकैडमी; जम्मू, कश्मीर, लद्दाख से निकालेंगे भारतीय टीम के काबिल खिलाड़ी

जम्मू-कश्मीर में पूर्णतया कोई क्रिकेट मैदान नहीं है। ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने कहा कि जम्मू के एमए स्टेडियम की इंस्पेक्शन करवाई जाएगी। अगर मैदान अंतरराष्ट्रीय मैचों के काबिल होगा तो जल्द से जल्द यहां अंतराष्ट्रीय मैच करवाने की कोशिश रहेगी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:30 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 03:49 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर में बनेगी बीसीसीआई कि्रकेट अकैडमी; जम्मू, कश्मीर, लद्दाख से निकालेंगे भारतीय टीम के काबिल खिलाड़ी
स्टेडियम निर्माण के लिए बीसीसीआई के पैसे में हुई धांधली की जांच होगी।

जम्मू, अशोक शर्मा: बोर्ड ऑफ कंट्रोल फाॅर क्रिकेट इन इंडिया बीसीसीआई की ओर से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन की देखरेख के लिए गठित तीन सदस्यीय कमेटी के नवनियुक्त सदस्यों सुनील सेठी, ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता और क्रिकेट खिलाड़ी मिथुन मन्हास ने साफ कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर के क्रिकेट को देश में विशेष पहचान दिलवाने और प्रतिभा को बिना किसी भेदभाव के मौके मिलेंगे। सुनील सेठी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि बीसीसीआई लगातार जेकेसीए को पैसा देती रही है लेकिन न तो ढा़ंचागत सुविधाएं विकसित हो सकी और न ही खिलाड़ियों को कोई लाभ हो सका। पिछले पैसे का हिसाब किताब तो लिया ही जाएगा। जल्द से जल्द चीजों को ट्रैक पर लाते हुए जेकेसीए के चुनाव करवाए जाएंगे। पारदर्शिता बनाने को विशेष महत्व दिया जाएगा।

अक्सर खिलाड़ी भेदभाव के आरोप लगाते रहे हैं लेकिन अब खिलाड़ी चाहे लद्दाख का हो, कश्मीर का हो या जम्मू के किसी भी क्षेत्र का उसका चयन उसकी प्रतिभा के आधार पर ही होगा। खिलाड़ियों को अधिक से अधिक क्रिकेट खेलने के मौके उपलब्ध करवाएं जाएंगे। दूरदराज क्षेत्र की प्रतिभा को निखारा जाएगा। कोशिश रहेगी कि जम्मू कश्मीर से देश को भारतीय टीम में खेलने के काबिल खिलाड़ी मिल सकें। इसके लिए अधिक से अधिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। हर जिले के खिलाड़ियों को मौका मिले। इसके लिए अधिक से अधिक प्रतियोगिताओं का आयोजन जरूरी है। उनका कहना है कि अगर महेंद्र सिंह धोनी रॉची से निकल कर भारतीय टीम का नेतृत्व कर सकते हैं तो जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ी क्यों नहीं। स्टेडियम निर्माण के लिए बीसीसीआई के पैसे में हुई धांधली की जांच होगी। जो लोग भी हेराफेरी में शामिल होंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। जेकेसीए के संविधान पर भी काम होगा।

क्रिकेट स्टेडियम बनाने को दी जाएगी प्राथमिकता: जम्मू-कश्मीर में पूर्णतया कोई क्रिकेट मैदान नहीं है। ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने कहा कि जम्मू के एमए स्टेडियम की इंस्पेक्शन करवाई जाएगी। अगर मैदान अंतरराष्ट्रीय मैचों के काबिल होगा तो जल्द से जल्द यहां अंतराष्ट्रीय मैच करवाने की कोशिश रहेगी। वहीं सुनील सेठी ने साफ किया कि एमए स्टेडियम स्पोटर्स काउंसिल के पास है। जल्द से क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए जमीन चिन्हित की जाएगी। ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता का कहना है कि अगर हीरानगर क्रिकेट मैदान को अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के काबिल पाया गया तो यहीं पर स्टेडियम निर्माण कार्य करवाया जाएगा। जल्द से जल्द जम्मू-कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम देने के लिए प्राथमिकता पर काम होगा। दूसरे जिलों में भी क्रिकेट की ढांचागत सुविधाएं विकसित की जाएंगी। वहीं दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास ने कहा कि उन्हें जिस तरह की जिम्मेदारी मिलती जाएगी वह उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाने में कोई कसर नहीं छोडे़गे। कोशिश रहेगी कि जम्मू-कश्मीर में अधिक से अधिक क्रिकेट संभव हो सके।

जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में बनेगी क्रिकेट अकैडमी: ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में बीसीसीआई या जेकेसीए की कोई क्रिकेट अकैडमी नहीं है। कोशिश रहेगी कि जल्द से जल्द क्रिकेट अकैडमी बनाने की दिशा में काम शुरू हो। खिलाड़ियों को समय-समय पर देश के लिए खेल चुके पूर्व क्रिकेटरों से मार्ग दर्शन मिलता रहे। जेकेसीए से जुडे क्लब भी तरीके से काम करें तो अच्छे खिलाड़ी निकलना संभव है।

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