Banihal-Baramulla Rail Link : बनिहाल-बारामूला रेल सेक्शन में 2022 मार्च तक पूरा होगा विद्युतीकरण का काम

Banihal-Baramulla Rail Link इस परियोजना का निर्माण 27949 करोड की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। बैठक में बताया गया कि 75 प्रतिशत जमीन गंवा चुके 786 लोगों को रेलवे में नौकरी के अलावा अन्य मूलभूत सुविधाएं भी स्थानीय लोगों को मुहैया कराई जा रही हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 09:25 AM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 09:25 AM (IST)
Banihal-Baramulla Rail Link : बनिहाल-बारामूला रेल सेक्शन में 2022 मार्च तक पूरा होगा विद्युतीकरण का काम
मंत्री ने परियोजना के सभी विंग के मुख्य अभियंताओं से परियोजना की लागत में वृद्धि पर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी।

जम्मू, जागरण संवाददाता : केंद्रीय रेल राज्यमंत्री ने कटडा-बनिहाल सेक्शन पर कार्यप्रगति की समीक्षा की केंद्रीय रेल, कोयला और खान राज्य मंत्री, रावसाहेब पाटिल दानवे ने 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन परियोजना पर कार्य प्रगति की समीक्षा के अलावा, पत्नीटॉप में एक बैठक में प्रतिष्ठित परियोजना की प्रगति की गति में बाधा डालने वाले मुद्दों का जायजा लिया। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को 2023 तक पूरा करने का निर्देश दिए।उन्होंने आश्वासन दिया कि जम्मू कश्मीर में इस मैगा प्रोजेक्ट के विकास और कल्याण के लिए धन की कोई कमी नहीं है।

भूमि अधिग्रहण, निर्माण सामग्री और लघु खनिजों की उपलब्धता की भी मंत्री ने समीक्षा की।मंत्री ने रेलवे अधिकारियों, जिला प्रशासन और निर्माण एजेंसियों को समय पर पूरा करने के निदेष दिए। उन्होंने कहा कि उनके प्रयासों के जरिए कश्मीर घाटी को रेल लिंक के माध्यम से देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्माण सामग्री की खरीद के लिए समय पर अनुमति प्रक्रिया अपनाने के निर्देश दिए ताकि इस प्रतिष्ठित परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।

निर्माण एजेंसियों के लिए निर्माण सामग्री की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए मंत्री ने जिला प्रशासन को शॉर्ट टर्म परमिट जारी करने का निर्देश दिया ताकि रेलवे भविष्य में भी बिना किसी समस्या के आवश्यक निर्माण सामग्री खरीद सके।

परियोजना में देरी के कारणों के बारे में पूछताछ करते हुए, मंत्री ने परियोजना के सभी विंग के मुख्य अभियंताओं से परियोजना की लागत में वृद्धि पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी।रेलवे अधिकारियों ने रेल लाइन पर नवीनतम प्रगति, परियोजना की मुख्य विशेषताओं, चुनौतियों, मुद्दों को हल करने की आवश्यकता के बारे में विस्तृत प्रस्तुति देते हुए मंत्री को बताया गया कि दुनिया की सबसे उन्नत तकनीकों का उपयोग इस राष्ट्रीय प्रतिष्ठित परियोजना के निर्माण के लिए किया जा रहा है।

मंत्री को बताया गया कि यूएसबीआरएल की कुल लंबाई 272 किलोमीटर है, जिसमें से 161 किलोमीटर पहले ही चालू हो चुकी है, जबकि शेष 111 किलोमीटर कटरा-बनिहाल खंड पर काम प्रगति पर है और अप्रैल 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। कटरा-बनिहाल खंड में 27 मुख्य सुरंगों और 8 एस्केप सुरंगों सहित 97 किलोमीटर टनलिंग का काम शामिल है। टी-49 सबसे लंबी सुरंग है, जो रामबन जिले के संगलदान क्षेत्र में सुंबर-अर्पिंचला के बीच स्थित 12.75 किलोमीटर है।

इस परियोजना का निर्माण 27,949 करोड की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। बैठक में बताया गया कि 75 प्रतिशत जमीन गंवा चुके 786 लोगों को रेलवे में नौकरी के अलावा अन्य मूलभूत सुविधाएं भी स्थानीय लोगों को मुहैया कराई जा रही हैं।

बताया गया कि कार्य स्थलों तक पहुंचने के लिए 1 टनल और 320 पुलों सहित 200 किलोमीटर से अधिक एप्रोच रोड का निर्माण किया गया है। भारी सामग्री को ले जाने के लिए रामबन-गूल राज्य राजमार्ग पर धामकुंड के पास चिनाब नदी पर एक सड़क पुल का निर्माण किया गया है। बैठक में बताया गया कि यह सड़क पुल संगलदान, गूल, महोर, अरनास, कंथन और रियासी को जोड़ रहा है।

बैठक में बताया गया कि चिनाब नदी पर 467 मीटर के मध्य में एक विशेष पुल नदी के तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है, इसके पूरा होने पर यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल होगा। बैठक में बताया गया कि कटरा-बनिहाल खंड पर 7.035 किलोमीटर की संयुक्त लंबाई के 37 पुलों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें से 23 का काम पूरा हो चुका है और बाकी पुलों पर काम प्रगति पर है

बनिहाल से बारामूला तक 136 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन पहले ही चालू हो चुकी है और इसका विद्युतीकरण कार्य प्रगति पर है। सभी निविदाएं प्रदान कर दी गई हैं और एस एंड टी योजना को भी मंजूरी दे दी गई है और काम पूरे जोरों पर चल रहा है। बनिहाल-बारामूला खंड में रेलवे विद्युतीकरण कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य मार्च-2022 है।

रेलवे अधिकारियों ने राजस्व संबंधी कार्यों को पूरा करने के अलावा उपयुक्त कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।

इससे पहले, जिला विकास आयुक्त ने बताया कि प्रतिष्ठित परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, इसके अलावा अन्य रसद सहायता भी संबंधित कार्यकारी एजेंसियों को प्रदान की जा रही है। उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं की स्थापना का संक्षिप्त विवरण भी दिया।

इस बीच, स्थानीय लोगों ने भी मंत्री से मुलाकात की और उनका स्वागत किया और उन्हें अपनी स्थानीय विकास संबंधी जरूरतों से अवगत कराया।

बैठक में उपायुक्त रामबन मुसरत इस्लाम, एजीएम एनआर नवीन गुलाटी, सीएओ उत्तर रेलवे एके खंडेलवाल, डीआरएम एफआरजेड उत्तर रेलवे सीमा शर्मा, मुख्य अभियंता यूएसबीआरएल उत्तर रेलवे संदीप गुप्ता, एसएसपी पीडी नित्या, संबंधित मुख्य अभियंता, अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त, कलेक्टर रेलवे, अन्य संबंधित अधिकारियों के अलावा रेलवे के उप मुख्य अभियंता ने भाग लिया।

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