Amarnath Yatra 2021: अमरनाथ यात्रा को लेकर संशय के बादल छंटने के संकेत, पिट्ठू-घोड़े वालों का किराया तय

Amarnath Yatra 2021 बालटाल से पवित्र गुफा तक और पवित्र गुफा से बालटाल तक श्रद्धालुओं को श्रमिक अथवा पिट्ठू सेवा के लिए क्रमश 3230 रुपये और 5130 रुपये चुकाने होंगे। इसमें पिठु और घोड़े वाले का रात को रुकने का खर्च भी शामिल है।

By Edited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:50 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:40 PM (IST)
Amarnath Yatra 2021: अमरनाथ यात्रा को लेकर संशय के बादल छंटने के संकेत, पिट्ठू-घोड़े वालों का किराया तय
प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर विभिन्न सेवाओं के मूल्य भी निर्धारित कर दिए हैं।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : श्री बाबा अमरनाथ जी वार्षिक तीर्थयात्रा को लेकर संशय अब लगभग दूर हो रहा है। यानी यात्रा शुरू होने की पूरी उम्मीद है। इसके संकेत प्रशासन ने बालटाल से पवित्र गुफा तक घोड़ा, पालकी, पिट्ठू और तंबू आदि सेवाओं का किराया तय कर दिया है। पवित्र गुफा और पंजतरणी में रात में ठहरने के लिए प्रत्येक श्रद्धालु को तंबू वालों को 780 से 1,050 रुपये बतौर किराया चुकाना पड़ेगा। 

इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होनी है, जोकि रक्षाबंधन के दिन तक चलनी है। हालांकि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते यात्रा के लिए अग्रिम पंजीकरण बंद कर दिए गए थे। इसके बाद से यात्रा को निर्धारित कार्यक्रमानुसार शुरू करने या फिर रद करने के मुद्दे पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। वर्तमान में अग्रिम पंजीकरण भी नहीं हो रहे हैं। बीते साल भी यात्रा को कोरोना से उपजे हालात को देखते हुए आम श्रद्धालुओं के लिए रद कर दिया था। सिर्फ महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में छड़ी मुबारक को ही श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा में वार्षिक अनुष्ठान संपन्न करने के लिए जाने की अनुमति दी गई थी।

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, इस साल बालटाल के रास्ते सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति प्रदान करने और हेलीकाप्टर के जरिये यात्रा की अनुमति देने पर विचार किया जा रहा है। अगर श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर रात गुजारने के लिए किसी तंबू वाले की सेवा लेता है तो उसे शुल्क चुकाना होगा। अगर तंबू वाला जमीन पर बिछे कंबल, चटाई, तलाई और स्लीपिंग बैग व तकिये संग सोने की सुविधा देता है तो प्रति श्रद्धालु किराया मनिगाम में 360 रुपये और बालटाल में 550 रुपये और पवित्र गुफा व पंजतरणी में 780 रुपये होगा। अगर तंबू में चारपाई के साथ तलाई, कंबल, तकिया या फिर चारपाई के साथ स्लीपिंग बैग, कंबल और तकिये की सुविधा होगी तो किराया 500 रुपये, 725 रुपये और 1050 रुपये होगी।

बालटाल-पवित्र गुफा तक दोनों ओर का किराया : बालटाल से पवित्र गुफा और पवित्र गुफा से बालटाल तक यानी दोनों तरफ के लिए श्रद्धालुओं को श्रमिक अथवा पिट्ठू और घोड़े वाले की सेवा लेने के लिए क्रमश: 3230 रुपये और 5130 रुपये चुकाने होंगे। इसमें पिट्ठू और घोड़े वाले का रात का रुकने का खर्च भी शामिल है। डांडी और पालकी के लिए श्रद्धालुओं को 15,750 रुपये किराया चुकाना होगा।

बालटाल-पवित्र गुफा के बीच एकतरफ का किराया : बालटाल से सिर्फ पवित्र गुफा तक जाने के लिए श्रमिक-पिट्ठू, घोड़े वाले और डांडी पालकी सेवा के क्रमश: 1470, 2800 और 9400 रुपये किराया रहेगा। इसी तरह पवित्र गुफा से बालटाल वापसी के लिए श्रमिक-पिट्ठू, घोड़े वाले और डांडी पालकी सेवा का एकतरफ का किराया क्रमश: एक हजार, 1940 और 4900 रुपये रहेगा।

बालटाल से रेलपथरी का किराया : बालटाल से बरारीमर्ग और बालटाल से रेलपथरी श्रमिक-पिट्ठू की सेवाएं लेने पर क्रमश: 1360 और 1200 रुपये चुकाने होंगे। इसी तरह बालटाल से बरारीमर्ग और बालटाल से रेलपथरी तक घोड़े वाले की सेवा लेने पर क्रमश: 1700 व 1600 रुपये चुकाने होंगे।

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