Jammu Kashmir: राजौरी में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' जागरूकता रैली निकाली

प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना और बेटी बचाओ के बारे में लोगों को प्रेरणा देने और लोगों में व्यापक जागरूकता उत्पन्न करने के लिए जिले में रैली का आयोजन किया गया। जिला आयुक्त राजौरी राजेश कुमार शवन ने शनिवार को डीसी कार्यालय परिसर से पदयात्रा को रवाना किया।

By Edited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 06:04 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 07:58 AM (IST)
Jammu Kashmir: राजौरी में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' जागरूकता रैली निकाली
जिला आयुक्त राजौरी राजेश कुमार शवन ने शनिवार को डीसी कार्यालय परिसर से पदयात्रा को रवाना किया।

राजौरी, जागरण संवाददाता : प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना और बेटी बचाओ के बारे में लोगों को प्रेरणा देने और लोगों में व्यापक जागरूकता उत्पन्न करने के लिए जिले में रैली का आयोजन किया गया। जिला आयुक्त राजौरी राजेश कुमार शवन ने शनिवार को डीसी कार्यालय परिसर से पदयात्रा को रवाना किया।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला आयुक्त राजौरी ठाकुर शेर ¨सह, सहायक आयुक्त राजस्व मुहम्मद अशरफ, जिला सांख्यिकी और मूल्यांकन अधिकारी बिलाल मीर, युवा सेवाएं और खेल विभाग, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, प्रशासक वन स्टाप सेंटर नीतू शर्मा, महिला कल्याण अधिकारी अनम मिर्जा के साथ इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्कूल के शिक्षक उपस्थित थे। विभिन्न स्कूलों व कालेज के छात्रों, अधिकारियों, शिक्षकों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने सक्रिय रूप से पदयात्रा में भाग लिया। यह पदयात्रा डीसी कार्यालय परिसर से शुरू हुई और गुर्जर मंडी बाजार से गुजरने के बाद डाक बंगला राजौरी में संपन्न हुई।

नोडल अधिकारी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ बिलाल राशिद मीर ने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि योजना भारत सरकार के फार्मास्युटिकल्स विभाग द्वारा एक नेक पहल है, जो अब एक किफायती मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं प्रदान करने के अपने प्रयासों से आम जनता पर प्रभाव डाल रही है। उन्होंने छात्रों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान और सरकार के महत्वाकांक्षी जन औषधि कार्यक्रम के बारे में समाज में व्यापक जागरूकता पैदा करने के लिए कहा और उन्हें उक्त कार्यक्रम के तहत आम जनता के लिए उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न प्रकार की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।

जिला आयुक्त ने कहा कि जनऔषधि सप्ताह मनाने का उद्देश्य गुणवत्ता बनाने की दिशा में केंद्र सरकार और केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा शुरू की गई जेनेरिक दवाओं और अन्य पहलों के उपयोग के बारे में जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिले में दस जनऔषधि केंद्र हैं, जिनमें से जीएमसी में एक कार्यात्मक है और शेष नौ को आम जनता को आवश्यक लाभ प्रदान करने के लिए जल्द ही कार्यात्मक बनाया जाएगा।

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