Jammu Kashmir: प्रशासन से मांगी ऑटो दौड़ाने की अनुमति, बोले- सरकार से आर्थिक मदद नहीं चाहिए, कमाकर पेट पालेंगे
कोरोना कर्फ्यू में दुकानों को खुलने की छूट दिए जाने के बाद अब शहर में ऑटो चलाने वाले चालकों ने भी सरकार से उन्हें गाड़ी चलाने की अनुमति दिए जाने की मांग की है। आटो चालकों का कहना है कि पिछले वर्ष भी उनका काम सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था
जम्मू, जागरण संवाददाता । कोरोना कर्फ्यू में दुकानों को खुलने की छूट दिए जाने के बाद अब शहर में ऑटो चलाने वाले चालकों ने भी सरकार से उन्हें गाड़ी चलाने की अनुमति दिए जाने की मांग की है। ऑटो चालकों का कहना है कि पिछले वर्ष भी उनका काम सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था और इस बार भी कोरोना कर्फ्यू की मार उन पर सबसे ज्यादा पड़ रही है।हमारी गाड़ियां पिछले एक महीने से ज्यादा समय से बंद हैं और घर परिवार का खर्चा चलाना भी अब मुश्किल हो गया है।
शहर में ऑटो चलाने वाले रवि कुमार का कहना है कि वह किराए के मकान में रहता है। उसके बच्चे भी पढ़ते हैं। वह न तो मकान का किराया दे सकता है और न ही बच्चों के स्कूल की फीस उसने जमा करवाई है। पिछले वर्ष लॉकडाउन में भी उसका यही हाल रहा था। उस वक्त मांग कर राशन खाया था लेकिन इस बार तो कहीं से कोई मदद भी नहीं मिल रही।
वहीं अन्य ऑटो चालक सोनू का भी कहना है कि उसने आटो बैंक से किश्त पर लिया है। उसकी किश्त भी नहीं निकल पा रही है। पहले ही काम कम था लेकिन अब पूरी तरह से काम बंद ही हो गया है। इसी तरह से ही शहर मेें ऑटो चलाने वाले अन्य चालक भी काम बंद होने से परेशान हैं।
उनका कहना है कि सरकार से वह कोई आर्थिक मदद की मांग नहीं कर रहे हैं। हमारी यही मांग हैं कि जैसे दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। वैसे ही उन्हें भी सरकार एक एक स्टैंड पर दो से तीन आटो रोजाना चलाने की अनुमति दे ताकि वह भी कुछ काम धंधा कर सकें। ऑटो चालकों ने उपराज्यपाल से उनकी ओर ध्यान देने की अपील की है।