Jammu Kashmir: आशा वर्कर्स, एएनएम और आंगनवाड़ी वर्कर्स योग के प्रति करेंगे जागरूक
योग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आशा वर्कर्स एएनएम औार आंगनवाड़ी वर्कर्स की सहायता ली जा सकती है। यह तीनों ही लोगों के बीच जाकर काम करती हैं और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । योग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आशा वर्कर्स, एएनएम औार आंगनवाड़ी वर्कर्स की सहायता ली जा सकती है। यह तीनों ही लोगों के बीच जाकर काम करती हैं और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। यह बात विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में इंडियन सिस्टम आफ मेडिसिन के सहयोग से आयोजित वेबिनार में वक्ताओं ने कही।
नेशनल हेल्थ मिशन, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया
इंडियन सिस्टम आफ मेडिसिन के डायरेक्टर डा. मोहन सिंह के निर्देशों पर आयोजित हो रहे इन वेबिनार का मकसद लोगों को योग के प्रति जागरूक करना है। इस बार कोरोना महामारी के कारण घरों में ही बैठकर लोगों को योग करने के लिए कहा जा रहा है। कोई भी ऐसा कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा रहा है जहां पर अधिक लोेग एकत्रित हों। इस बार वर्चुअल मोड से विभिन्न विभागों के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित कर योग को बढ़ावा दिया जा रहा है। वीरवार को नेशनल हेल्थ मिशन, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसमें स्टेट नोडल अधिकारी डा. जितेंद्र मेहता और डीआरडीओ के कोविड अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. नरेंद्र भूटेयाल ने विशेषज्ञ के तौर पर भाग लिया। उन्होंने कहा कि लोगों को गैर संक्रमित रोगों के बारे में भी जागरूक करने की जरूरत है। नियमित योग से कोई भी पूरी तरह से स्वस्थ रह सकता है। उन्होंने योग को घर-घर तक पहुंचाने के लिए आयूष और स्वास्थ्य विभाग को आपस में मिलकर काम करने को कहा। वेबिनार में आयूष हेल्थ वेलनेस सेंटरों के कम्यूनिटी हेल्थ आधिकारियों, मिड लेवल हेल्थ वर्कर्स, आशा वर्कर्स और आंगनवाड़ी वर्कर्स ने भाग लिया। उन्होंने योग को बढ़ावा देने के लिए सामुदायिक स्तर पर किए गए प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आयुर्वेद विभाग के निदेशक का भी आभार जताया।