मजीन में बनने वाले नए यात्री निवास में तीन हजार से अधिक श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था होगी
जम्मू के मजीन में बनने वाले तीर्थ यात्री निवास में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी। इसमें तीन हजार सेे अधिक श्रद्धालुओं को ठहराने की व्यवस्था होगी। जम्मू कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत और अध्यात्म को दर्शाने के लिए इसमें लाइब्रेरी भी बनाई जाएगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : श्री बाबा अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जम्मू के बाहरी क्षेत्र मजीन में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड का तीर्थ यात्री निवास बनाया जाएगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के तीर्थ यात्री निवास के निर्माण का भूमि पूजन किया। उन्होंने इस दौरान आपदा प्रबंधन केंद्र का भी नींव पत्थर रखा। इस समय जम्मू के भगवती नगर में यात्री निवास है, जिसमें दो हजार के करीब श्रद्धालुओं को ठहराने की व्यवस्था है।
भगवती नगर वाले यात्री निवास से ही यात्रा के लिए जत्थों को रवाना किया जाता है। जम्मू के मजीन में बनने वाले तीर्थ यात्री निवास में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी। इसमें तीन हजार सेे अधिक श्रद्धालुओं को ठहराने की व्यवस्था होगी। जम्मू कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत और अध्यात्म को दर्शाने के लिए इसमें लाइब्रेरी भी बनाई जाएगी। यात्री निवास का निर्माण कार्य दो महीने के बाद शुरू होगा और इसे एक साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नया यात्री निवास सुरक्षित होगा। बेहतर सुविधाएं होगी। स्थानीय लोगों विशेषकर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
चंद्रकोट में 3200 से अधिक यात्रियों की क्षमता वाला एक यात्री निवास निर्माणाधीन : उपराज्यपाल ने कहा कि रामबन जिले के चंद्रकोट में 3200 से अधिक यात्रियों की क्षमता वाला एक यात्री निवास निर्माणाधीन है। और इसी उद्देश्य से 6 अगस्त, 2021 को लगभग 2800 यात्रियों की क्षमता वाले एक और यात्री निवास का उद्घाटन श्रीनगर में किया गया था। उन्होंने कहा कि मैं भविष्य में श्री अमरनाथ जी तीर्थ के लिए आने वाले सभी यात्रियों को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि सरकार, प्रशासन और स्थानीय लोग आपका गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए तैयार हैं। इस यात्री निवास में पूजा तथा सायंकाल आरती के स्थान के अलावा छोटी सी लाइब्रेरी की भी स्थापना जरूरी है। तीर्थाटन में पहला कदम करीब करीब आधी यात्रा है। मैं समझता हूं कि इससे अधिक और क्या उपयुक्त होगा कि तीर्थ यात्रियों के इस पहले कदम का शुभारंभ भविष्य में इस यात्री निवास की पवित्रता एवं परिपूर्णता से शुरू हो।
उपराज्यपाल ने कहा कि श्री अमरनाथ यात्रा की कालातीत परंपरा को और श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी लोगों को समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है। प्राचीन काल से ही जम्मू शहर धर्म के मार्ग का अनुसरण का करता रहा है। जिस प्रकार हमारे सभी वेद, उपनिषद, शास्त्र, परम पिता परमात्मा को प्रणाम करके शुरू होते हैं, उसी प्रकार इस शहर की शुरुआत प्रार्थना भरे हृदय से होती है।
मेरी कामना है कि यात्री निवास मात्र एक इमारत न होकर करुणा, अाध्यात्म, सेवा, शांति और सुखमय तत्वों का मिलाजुला प्रतीक हो। प्राचीन दर्शन, जीवन मूल्यों का संगम हो ताकि यहां आने वाले तीर्थयात्री उस आध्यात्मिक शक्ति की अनुभूति कर सकें जो निर्विचार चैतन्य की अवस्था में जागृत होती है। आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि श्री अमरनाथ जी यात्रा से जुड़े संगठनों, देश, विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की काफी समय से लंबित तीर्थ यात्री निवास की मांग पूरा करने की दिशा में हमने कदम बढ़ाएं हैं।
कोरोना महामारी में स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए यात्रा रद की थी : श्री अमरनाथ यात्रा कोरोना महामारी के कारण जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए रद कर दी गई थी, लेकिन धार्मिक भावनाओं को जीवित रखने के लिए हमने सभी धार्मिक अनुष्ठान विधि विधान के तहत किया था। यात्रा के पवित्र दिनों में हमने भक्तों के नाम से वर्चुअल पूजा और हवन की ऑनलाइन सुविधा शुरू की थी। उनके घर तक प्रसाद पहुंचाने की भी व्यवस्था की गई थी।
अगस्त में माता वैष्णो देवी दरबार में नए दुर्गा भवन की नींव रखी गई थी, जिसे अगस्त 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दिल्ली स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर ने समर्पित भाव से उसका मास्टर प्लान बनाया था ताकि भक्तों को अधिकतम सुविधा प्रदान की जा सके। उपराज्यपाल ने कहा कि दुर्गा भवन की ही तरह इस यात्री निवास के लिए भी श्रद्धालुओं को इस पुण्य कार्य में आगे बढ़चढ़ कर दान देने का मैं आग्रह करता हूं।