Poonch Encounter : आतंकियों पर निर्णायक प्रहार की तैयारी, मारने के लिए बड़े हथियारों का प्रयोग शुरू

Poonch Encounter सेना अध्यक्ष ने जड़ा वाली गली क्षेत्र का भी दौरा किया और आतंकियों के सफाए में जुटे अधिकारियों के साथ भी बैठक की। सेनाध्यक्ष रात को राजौरी में रहे। आज मंगलवार सुबह नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों का दौरा करने के लिए पहुंचे।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 10:16 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 12:19 PM (IST)
Poonch Encounter : आतंकियों पर निर्णायक प्रहार की तैयारी, मारने के लिए बड़े हथियारों का प्रयोग शुरू
जंगल के अंदर रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।

भाटाधुलियां (पुंछ), जागरण संवाददाता : सेना ने पुंछ के भाटाधुलियां के घने जंगलों में छिपे आतंकियों पर निर्णायक प्रहार की तैयारी कर ली है। आतंकियों को मारने के लिए बड़े हथियारों का प्रयोग शुरू हो गया है।

इस बीच, सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी राजौरी पहुंच गए हैं। उन्होंने सैन्य अधिकारियों के साथ नियंत्रण रेखा के हालात और जारी मुठभेड़ की जानकारी ली। साथ ही आगे की रणनीति भी बनाई। सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे शाम को राजौरी के तकनीकी हवाई पट्टी पर पहुंचे और वहां से सीधे सेना के 25 डिवीजन मुख्यालय में पहुंचे। उन्होंने सेना के उच्चाधिकारियों के साथ बैठकों का सिलसिला शुरू कर दिया। शाम को सेना अध्यक्ष ने जड़ा वाली गली क्षेत्र का भी दौरा किया और आतंकियों के सफाए में जुटे अधिकारियों के साथ भी बैठक की। सेनाध्यक्ष रात को राजौरी में रहे। आज मंगलवार सुबह नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों का दौरा करने के लिए पहुंचे।

पुंछ के डेरा की गली के चरमेड के जंगल में आठ दिन और भाटाधुलियां में पांच दिन से आतंकियों के खिलाफ आपरेशन जारी है। दोनों जगह दो जेसीओ सहित नौ सैनिक शहीद हो चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार, मेंढर के भाटाधुलियां के जंगल के भीतर बीती रात भारी गोलाबारी हुई। आतंकियों ने घेरा तोड़कर भागने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे। इस कार्रवाई में सेना ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। एक जवान के घायल होने की सूचना है। सेना के ड्रोन में आतंकियों के शव कैद हुए हैं, लेकिन सेना इस संबंध में कुछ नहीं कह रही है।

अभी भी जंगल में एक से दो आतंकी मौजूद हैं, जिनमें से एक घायल हो सकता है। मारे गए आतंकियों में पाक सेना का कमांडो भी हो सकता है, जो आतंकियों के साथ भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुआ था। इसकी पुष्टि नहीं हुई है। जंगल के अंदर रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। स्थानीय लोगों के अनुसार, सेना की ओर से बड़े हथियारों के इस्तेमाल से धमाकों की आवाज दूर-दूर तक सुनी जा रही है।

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