भर्ती रैली में देशभक्ति के जज्बे ने जोश मारा, 26 अक्टूबर को लिखित परीक्षा

भर्ती रैली को संचालित करने वाले सैन्यकर्मी भी उनका जोश देखकर प्रभावित हुए। युवाओं की भारी भीड़ को देखते हुए रैली स्थल में व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए थे।

By Edited By: Publish:Tue, 10 Sep 2019 09:03 AM (IST) Updated:Tue, 10 Sep 2019 09:03 AM (IST)
भर्ती रैली में देशभक्ति के जज्बे ने जोश मारा, 26 अक्टूबर को लिखित परीक्षा
भर्ती रैली में देशभक्ति के जज्बे ने जोश मारा, 26 अक्टूबर को लिखित परीक्षा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : रियासी के तलवाड़ा के भर्ती मैदान में युवाओं में देशभक्ति के जज्बे ने जोश मारा। भर्ती रैली के सातवें और अंतिम दिन भी युवाओं ने सैनिक बनने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। खेल के मैदान में दमखम दिखाने के बाद अब वे सैनिक बनने के लिए 26 अक्टूबर को लिखित परीक्षा में भाग्य आजमाएंगे। तलवाड़ा में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के भर्ती मैदान में भारत माता की जय के नारों के बीच सेना की यूनिफार्म फोर्स की भर्ती रैली सोमवार को संपन्न हो गई।

मैदान में उतरे युवाओं का कहना था कि दुश्मन से देश को सुरक्षित रखने के लिए फौजी बनने आए हैं। अंतिम दिन युवाओं ने भर्ती मैदान में दौड़ और लंबी कूद के साथ अन्य कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपने फिट होने का सुबूत दिया। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुई इस रैली में दूरदराज के युवाओं ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि उसका मुकाबला करने के लिए जम्मू कश्मीर के युवाओं का जोश सातवें आसमान पर है। भर्ती रैली में जम्मू संभाग के डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, पुंछ, ऊधमपुर, रामबन व रियासी जिलों के 17 से 23 साल की आयु के 25 हजार से अधिक युवाओं ने भाग्य आजमाया। स्क्री¨नग टेस्ट व फिजिकल टेस्ट में पास होने वाले युवा अब 26 अक्टूबर को लिखित परीक्षा देंगे।

भर्ती रैली को संचालित करने वाले सैन्यकर्मी भी उनका जोश देखकर प्रभावित हुए। युवाओं की भारी भीड़ को देखते हुए रैली स्थल में व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए थे। 25 हजार युवा मैदान में जोश दिखाने आए सेना की भर्ती रैली के लिए 29 हजार युवाओं ने पंजीकरण करवाया था। इनमें से 25 हजार मैदान में जोश दिखाने आए। जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए इस रैली के लिए पंजीकरण व भर्ती की तिथि को कुछ दिन आगे बढ़ाना पड़ा। पहले यह भर्ती एक सितंबर से शुरू होनी थी। इंटरनेट सेवाएं बंद होने से उपजे हालात को ध्यान में रखते हुए इसे तीन सितंबर को शुरू किया गया।

युवा इस भर्ती रैली में सैनिक सामान्य ड्यूटी, सैनिक टेक्निकल, नर्सिग असिस्टेंस, सैनिक क्लर्क, स्टोरकीपर व ट्रेडसमैन पदों के लिए मैदान में उतरे। अब फिजिकल टेस्ट में पास होने वाले युवाओं की लिखित परीक्षा होगी।

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