Jammu Kashmir : सोनामर्ग पहुंचे सेना के डेयर डेविल मोटरसाइकिल सवार, 2500 किलोमीटर सफर कर नेशनल वार मेमोरियल पहुंचेगें

मोटरसाइकिल सवारों का यह दल चुनौतीपूर्ण हालात में 2500 किलोमीटर का सफर तय कर 11 नवंबर को दिल्ली में नेशनल वार मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए पहुंचेगा। दल के सदस्य कारगिल वार मेमोरियल में भी शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:48 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:48 AM (IST)
Jammu Kashmir : सोनामर्ग पहुंचे सेना के डेयर डेविल मोटरसाइकिल सवार, 2500 किलोमीटर सफर कर नेशनल वार मेमोरियल पहुंचेगें
इस दल में सेना के एक अधिकारी के साथ दस अन्य रैंक शामिल हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : रायल एनफील्ड हिमालयन अभियान पर निकला सेना की उत्तरी कमान के डेयर डेविल मोटरसाइकिल सवारों का दल कश्मीर के बाद अब केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के चुनौतीपूर्ण हालात में सफर करेंगे।

श्रीनगर से रवाना हुआ मोटर साइकिल सवारों का यह दल सोनामर्ग पहुंच गया है। वहां से वे शुक्रवार को कारगिल के लिए रवाना हो जाएंगे। कश्मीर के बाद मोटरसाइकिल सवार अब लद्दाख के दुर्गम हालात में कारगिल, लेह, खारदुंगला, सियाचिन बेस कैंप तक सफर कर संदेश देंगे कि देश के वीर जवान कठिन से कठिन हालात में अपनी मंजिल हासिल करने में सक्षम हैं।

मोटरसाइकिल सवारों का यह दल चुनौतीपूर्ण हालात में 2500 किलोमीटर का सफर तय कर 11 नवंबर को दिल्ली में नेशनल वार मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए पहुंचेगा। दल के सदस्य कारगिल वार मेमोरियल में भी शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। मोटरसाइकिल सवारों के दल का नेतृत्व मेजर शिवम सिंह कर रहे हैं। अभियान का आयोजन 8 दिसंबर को मनाए जाने वाले सेना सेवा कोर के 261वें कोर दिवस के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। इस दल में सेना के एक अधिकारी के साथ दस अन्य रैंक शामिल हैं।

इस अभियान के तहत मोटरसाइकिल सवार हिमाचल प्रदेश में पांग, शिमला होते हुए व चंडीगढ़ रवाना हो जाएंगे। अभियान के दौरान दल के सदस्य रास्ते में सैन्य क्षेत्रों में युद्ध स्मारकों में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। इस दौरान अभियान के माध्यम से सेना सेवा कोर के स्वर्णिम इतिहास को भी उजागर किया जाएगा। मोटरसाइकिल सवारों का यह हैरतअंगेज कारनामों के लिए राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमान के साथ 32 विश्व रिकार्ड भी अपने नाम कर चुका है। इनमें आग की टनल में सबसा लंबा सफर करने के साथ सबसे उंचा व सबसे तेज पिरामिड बनाने का रिकार्ड भी शामिल हैं।  

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सेना की ओर से बटालियन स्तर पर मोटर साइकिल अभियान, ट्रैकिंग व पर्वतरोहण अभियानों का आयोजन किया जा रहा है।

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