लद्दाख में दिव्यांगों की मदद के लिए आगे आई सेना, मेडिकल कैंप में जरूरतमंद दिव्यांगों में बांटे 500 उपकरण
लेह में दिन भर चले कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगों का हौसला बढ़ाने के लिए 500 के करीब उपकरण बांटे गए। इनमें सुनने के यंत्रों के साथ बैसाखियां व्हील चेयर व अन्य कुछ सामान भी था। इस दौरान दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनमें सिलाई मशीनें आदि भी बांटी गई।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में लोगों को राहत देने की मुहिम के तहत सेना की 14 कोर ने सोमवार को लेह में दिव्यांगों के लिए मेडिकल कैंप का आयोजन किया।
जयपुर की गैर सरकारी संस्था भगवान महावीर विकलांग सेवा समिति के सहयोग से आयोजित किए गए इस मेडिकल कैंप में उपराज्यपाल आरके माथुर के साथ सेना की 14 कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीकी मेनन ने भी हिस्सा लिया। मेडिकल कैंप में लद्दाख के कई जरूरतमंद लोगों में उपकरण बांटे गए।
लेह में दिन भर चले इस कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगों का हौसला बढ़ाने के लिए उनमें 500 के करीब उपकरण बांटे गए। इनमें सुनने के यंत्रों के साथ बैसाखियां, व्हील चेयर व अन्य कुछ सामान भी था। इस दौरान दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनमें सिलाई मशीनें आदि भी बांटी गई। उन्हें जागरूक किया गया कि वे किस तरह से आत्मनिर्भर बनकर जीवन स्तर को बेहतर बना सकते हैं। इस दौरान मेडिकल कैंप में दिव्यांगों, अन्य लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ उन्हें दवाइयां भी बांटी गई।
इस मौके पर विचार व्यक्त करते हुए उपराज्यपाल ने भगवान महावीर विकलांग सेवा समिति की ओर से दिव्यांगों की सेवा सहयोग के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। समाज की बेहतरी के लिए सेना के प्रयासों की प्रशंसा करने के साथ उन्होंने दिव्यांगों को समर्पित गैर सरकारी संगठन के मुख्य संरक्षक पद्मम भूषण डीआर मेहता के योगदान की भी सराहना की। इस मौके पर सेना के अधिकारियों के साथ लेह हिल काउंसिल के पदाधिकारी व प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी माैजूद थे।
भगवान महावीर विकलांग सेवा समिति जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में कैंपों का आयोजन कर दिव्यांगों की सहायता के लिए काम कर रही है। इस गैर सरकारी संगठन को काम करने में सेना की ओर से भी हर संभव सहयोग दिया जा रहा है।