Apricot Flower Festival in Ladakh: पर्यटकों को लेह के दाह, बीमा गांवों में दिखी लद्दाख की खूबसूरती की झलक
लद्दाख में पहली बार आयाेजित किए गए खुबानी महोत्सव को लेकर पर्यटकों ने खासा उत्साह दिखाया। हर पर्यटकों ने खुबानी के फूलों से लदे बागों में फोटो खिचवाएं। ऐसे में महोत्सव की कामयाबी से उत्साहित लद्दाख प्रशासन ने इस महाेत्सव को जारी रखने का फैसला किया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: बहार के माैसम में लेह के तुरतुक के बाद खल्सी इलाके के दाह व बीमा गांवों में रविवार को फूलों से लदे खुबानी के बागों की खूबसूरती ने पर्यटकों को लुभाया।
खल्सी में दो दिवसीय खुबानी फूल महोत्सव के दूसरे दिन दूरदराज के गांवों में फूलों के बाग देखने पहुंचे पर्यटकों ने क्षेत्र के लोगों में बेहतर भविष्य की आस भी जगाई। यह पहली बार है जब पर्यटकों को इन दूरदराज इलाकों में बहार का मौसम देखने के लिए बुलाया गया है। ऐसे में दो दिवसीय मेले के दूसरे दिन क्षेत्र के निवासियों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश कर लद्दाख की स्मृद्ध संस्कृति की मिसाल पेश की।
पारंपरिक परिधानों में कलाकारों ने लद्दाख के लोक नृत्य पेश किए। इस दौरान स्थानीय कलाकारों ने अपनी कृतियों के साथ खुबानी फल से बने उत्पाद भी प्रदशित किए।
लद्दाख में पहली बार आयाेजित किए गए खुबानी महोत्सव को लेकर पर्यटकों ने खासा उत्साह दिखाया। हर पर्यटकों ने खुबानी के फूलों से लदे बागों में फोटो खिचवाएं। ऐसे में महोत्सव की कामयाबी से उत्साहित लद्दाख प्रशासन ने इस महाेत्सव को जारी रखने का फैसला किया। पहले यह महोत्सव 18 अप्रैल को संपन्न होना था। अब यह मेला 26 अप्रैल को संपन्न होगा। प्रशासन ने 24 अप्रैल को हरदास व 26 अप्रैल काे करकिचू इलाके में खुबानी महोत्सव के आयोजन का फैसला किया है। ऐसा लाेगों के आग्रह पर किया गया है।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में खुबानी महोत्सव 6 अप्रैल को सफेद फूलों से लदे खुबानी के बागों में लद्दाखी कलाकार रंगारंग कार्यक्रमाें के बीच शुरू हुआ था। इस महोत्सव में पर्यटकोें ने जोश दिखाया। लद्दाख प्रशासन की पूरी कोशिश है कि पर्यटकाें को लद्दाख में लाकर दूरदराज के इलाकों में आर्थिक उन्नति लाई जाए।
लद्दाख पर्यटन विभागों ने खुबानी महोत्सव को कामयाब बनाने के लिए सभी तैयारियां की हैं। पर्यटकों को दूरदराज के गांवों तक पहुंचाने के बंदोबस्त किए गए हैं। लद्दाख में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी के बीच इन महोत्सवों के दौरान भी कोविड की रोकथाम के नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है।