Jammu Kashmir: एमएससी नर्सिंग में दाखिले के लिए आवेदन आज से, 13 अक्टूबर 2021 तक कर सकते हैं आवेदन

उम्मीदवार जम्मू कश्मीर या लद्दाख का डोमिसाइल होना चाहिए। एक साल का अनुभव होना चाहिए। बोर्ड के कंट्रोलर डा. सुनील गुप्ता की तरफ से जारी अधिसूचना के तहत पांच संस्थानों में कुल 135 सीटें हैं। इच्छुक उम्मीदवार 29 सितंबर 2021 से लेकर 13 अक्टूबर 2021 तक आवेदन कर सकते हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 09:42 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 09:42 AM (IST)
Jammu Kashmir: एमएससी नर्सिंग में दाखिले के लिए आवेदन आज से, 13 अक्टूबर 2021 तक कर सकते हैं आवेदन
उम्मीदवारों को आवेदन स्वयं बोर्ड के जम्मू या श्रीनगर कार्यालय में जमा करवाने होंगे।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । बोर्ड आफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन ने एमएससी नर्सिंग कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन मांगे हैं। आवेदन करने के लिए उम्मीदवार ने बीएससी नर्सिंग या पोस्ट बेसिक नर्सिंग में न्यूनतम 55 फीसद अंक हासिल किए हुए होने चाहिए।

आवेदन स्वयं बोर्ड के जम्मू या श्रीनगर कार्यालय में जमा करवाने होंगे

उम्मीदवार जम्मू कश्मीर या लद्दाख का डोमिसाइल होना चाहिए। एक साल का अनुभव होना चाहिए। बोर्ड के कंट्रोलर डा. सुनील गुप्ता की तरफ से जारी अधिसूचना के तहत पांच संस्थानों में कुल 135 सीटें हैं। इच्छुक उम्मीदवार 29 सितंबर 2021 से लेकर 13 अक्टूबर 2021 तक आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवारों को आवेदन स्वयं बोर्ड के जम्मू या श्रीनगर कार्यालय में जमा करवाने होंगे। बोर्ड या तो एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करेगा या अंकों के आधार पर मेरिट तैयार करके दाखिले करेगा। 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कार्यशाला आयोजित

जम्मू जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू ने कार्यशाला आयोजित की। टीचर्स भवन जम्मू में आयोजित की गई कार्यशाला में जम्मू संभाग के दस जिलों के डेलीगेटों ने भाग लिया। विभाग के संयुक्त निदेशक हेम राज पखरू ने स्वागत भाषण पढ़ा।

विद्यार्थियों को स्थानीय कौशल को अपना मौजूदा समय में इसे प्रासंगिक बनाना चाहिए

मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू के निदेशक डा. रवि शंकर शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों को स्थानीय कौशल को अपना मौजूदा समय में इसे प्रासंगिक बनाना चाहिए। गुणवत्ता व सतत एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए रोडमैप बनाना चाहिए। संयुक्त निदेशक शौकत महमूद मलिक ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। प्री प्राइमरी शिक्षा की संयोजक जसविंद्र कौर ने अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजूकेशन पर अपने विचार रखे। कार्यशाला में विचार विमर्श करते हुए विचारों का आदान प्रदान किया गया।

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