Kashmir: बुखारी ने पत्थरबाजों को पासपोर्ट न देने के आदेश का किया विरोध, अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग भी दोहराई
Kashmir Passport Issue जम्मू व कश्मीर के लोगों को अलग नहीं किया जा सकता है। दरबार मूव को बंद नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुबारक मंडी को होटल में तबदील नहीं किया जाना चाहिए। मुबारक मंडी का संरक्षण होना चाहिए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के प्रधान अल्ताफ बुखारी ने पत्थरबाजों, राष्ट्रविरोधी तत्वों को नौकरी व पासपोर्ट न देने के आदेश का विरोध करते हुए कहा कि सरकार के अनुसार तो तीन साल से पत्थरबाजी बंद हो चुकी है। ऐसा आदेश तो दस साल पुराना है। पहले भी पासपोर्ट के लिए जांच होती है।
ऐसा लगता है कि किसी ने अपने नंबर बनाने के लिए ही आदेश फिर से निकाला है। प्रधानमंत्री ने विश्वास बहाली की बात की है लेकिन इस तरह के आदेश निकालने का क्या मतलब है। जम्मू में पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में बुखारी ने कहा कि देश के कई जगह पर पथराव होता है। ऐसे में हम क्या बच्चों को सजा देंगे।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 की वापसी होनी चाहिए। मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। उम्मीद है कि इंसाफ होगा। बुखारी ने दरबार मूव की प्रक्रिया को बंद करने का विरोध करते हुए कहा कि इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचेगा। अगस्त 2019 के बाद से काफी नुकसान हो चुका है।
जम्मू व कश्मीर के लोगों को अलग नहीं किया जा सकता है। दरबार मूव को बंद नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुबारक मंडी को होटल में तबदील नहीं किया जाना चाहिए। मुबारक मंडी का संरक्षण होना चाहिए। इससे पहले बुखारी ने विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार को दरबार मूव बंद नहीं करना चाहिए। इससे व्यापार प्रभावित होगा। बुखारी ने उपराज्यपाल से अपील की कि वह मुबारक मंडी का संरक्षण करवाएं।