Anti Drone System: हवा से आतंक की साजिश को नाकाम करेगा एंटी ड्रोन सिस्टम

Anti Drone System आतंकियों के लिए हथियार व गोला बारूद गिराने की पाकिस्तान की साजिश को नाकाम बनाने के लिए सीमा सुरक्षा के बेड़े में जल्द एंटी ड्रोन सिस्टम शामिल होंगे। इस तकनीक से चंद सेकेंड में दुश्मन के ड्रोन को नीचे गिराया जा सकेगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 09:45 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 09:58 PM (IST)
Anti Drone System: हवा से आतंक की साजिश को नाकाम करेगा एंटी ड्रोन सिस्टम
एंटी ड्रोन सिस्टम हवा से आतंक की साजिश को नाकाम करेगा।

जम्मू, विवेक सिंह। चीन में बने ड्रोन की मदद से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के लिए हथियार व गोला बारूद गिराने की पाकिस्तान की साजिश को नाकाम बनाने के लिए सीमा सुरक्षा के बेड़े में जल्द एंटी ड्रोन सिस्टम शामिल होंगे। जैमर व लेजर आधारित इस तकनीक से चंद सेकेंड में दुश्मन के ड्रोन को नीचे गिराया जा सकेगा।उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, जम्मू संभाग में 192 किमी लंबी सीमा की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए सीमा सुरक्षा बल को पहले चरण में छह एंटी ड्रोन सिस्टम मिलेंगे। एंटी ड्रोन सिस्टम को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है। सूत्रों के अनुसार, इसके लिए सीमा प्रहरियों को ट्रेनिंग देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ट्रायल चल रहा है।

एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि घुसपैठ के लिए सीमा पर सुरंग और ड्रोन से हथियार फेंकने को रोकना दो बड़ी चुनौतियां हैं। इसके लिए बेहतर तकनीक की जरूरत है। सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने सितंबर के पहले हफ्ते में जम्मू-कश्मीर का दौरा कर हालात का जायजा लिया था। उसके बाद से इस तकनीक को लाने पर तेजी से काम हो रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि एकीकृत सीमा प्रबंधन योजना बनाई गई है। इसके तहत माइक्रो व एंटी ड्रोन सिस्टम मिलेंगे। लगभग हर सीमांत चौकी के पास सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए अपने ड्रोन होंगे।

मात्र दस सेकेंड में दुश्मन के ड्रोन का कर देगा काम तमाम

एंटी ड्रोन सिस्टम महज दस सेकेंड के अंदर दुश्मन के ड्रोन को गिरा देगा। यह ड्रोन को पहचानने के बाद उसके रेडियो व ग्लोबल पोजिश¨नग सिस्टम को जाम कर देगा। यह न केवल 360 डिग्री के एंगल में लेजर से दुश्मन के ड्रोन को गिराने में सक्षम है, बल्कि एक साथ कई ड्रोन पर भी कार्रवाई कर सकेगा। इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। यह तीन किमी की दूरी पर स्थित माइक्रो ड्रोन का पता लगा लेगा और एक से ढाई किमी तक लक्ष्य कर सकेगा। दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल की सुरक्षा में इस सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था।

जनवरी से बार पाक ने किया ड्रोन का इस्तेमाल

जम्मू संभाग में 27 जनवरी से अब तक पाकिस्तान की ओर से छह बार ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। जनवरी में अरनिया में ड्रोन से भारतीय क्षेत्र की रेकी करने के बाद 20 जून से अब तक कठुआ, जम्मू, राजौरी व पुंछ जिलों में हथियार गिराने के लिए पांच बार ड्रोन इस्तेमाल हुआ है।

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