Corona Death: जम्मू-कश्मीर में कोरोना से तीन की मौत, अब तक 39 मरीज गवां चुके हैं जान
जम्मू-कश्मीर में अभी तक जितनी भी मौते हुई हैं उनमें से 70 प्रतिशत मरीजों की उम्र 50 साल से अधिक थी और वे निमोनिया सांस संबंधी समस्या और हृदयरोग की शिकायत के साथ भर्ती हुए थे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा लगतार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में भर्ती एक महिला मरीज समेत शोपियां आैर हंदवाड़ा के रहने वाले दो मरीजों की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर में अब तक 39 कोरोना संक्रमित मरीज दम तोड़ चुके हैं। शनिवार को जिस महिला मरीज की मौत हुई वह मीरां साहिब क्षेत्र की रहने वाली थी। उसे 25 मई को पॉजिटिव आने के बाद मेडिकल कालेज जम्मू में भर्ती करवाया गया था।
62 वर्षीय इस महिला को सांस संबंधी समस्या थी। शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। महिला का शव मेडिकल कालेज के शवगृह में रखा गया है। शाम को उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके अलावा शोपियां में भी आज सुबह एक 70 वर्षीय मरीज की मौत हो गइ। यह मरीज गत दिवस सीडी अस्पताल श्रीनगर में इलाज के लिए आया था परंतु आज सुबह उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसके अलावा एसएमएचएस अस्पताल में उपचाराधीन हंदवाड़ा के रहने वाले 70 वर्षीय व्यक्ति की भी मौत हुइ है। डाॅक्टरों का कहना है कि व्यक्ति को निमोनिया की शिकायती थी। उसे रात को अस्पताल में लाया गया जबकि उसके एक घंटे बाद ही उसकी मौत हो गर्इ। मौत के बाद उसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए आैर दोपहर बाद उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव पाइ गइ।
जम्मू संभाग में अब तक हुई मौतों में दो ऊधमपुर, दो जम्मू और एक डोडा जिले से थे। वहीं कश्मीर संभाग में अब तक 32 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें पांच अनंतनाग, 9 श्रीनगर, 4 कुलगाम, एक कुपवाड़ा, 7 बारामुला, 3 शोपियां, एक बांडीपोरा और दो बडगाम के मरीजे थे।
एक दिन पहले श्रीनगर के बटमालु क्षेत्र की महिला की भी मौत हुई थी। इस महिला को निमोनिया की शिकायत थी। उसके बाद उसे श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई थी। जम्मू-कश्मीर में अभी तक जितनी भी मौते हुई हैं, उनमें से 70 प्रतिशत मरीजों की उम्र 50 साल से अधिक थी और वे अस्पतालों में निमोनिया, सांस संबंधी समस्या और हृदयरोग की शिकायत के साथ भर्ती हुए थे।