Jammu Kashmir: जानें, कौन है बाइडन प्रशासन में शामिल समीरा फाजली, क्या है उनका कश्मीर से नाता

डॉ. समीरा फाजली के पिता डाॅ. मोहम्मद युसूफ फाजली और मां डाॅ. रफीका फाजली दोनों ही 1970 के दौरान अमेरिका जाकर बस गए थे। समीरा फाजली के पिता डाॅ. युसूफ फाजली कश्मीर के सुप्रसिद्ध स्वास्थ्य विशेषज्ञ डाॅ. अली जान के चचेरे भाई हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 05:44 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 08:46 AM (IST)
Jammu Kashmir: जानें, कौन है बाइडन प्रशासन में शामिल समीरा फाजली, क्या है उनका कश्मीर से नाता
राष्ट्रपति बाइडन के प्रशासन में शामिल कश्मीरी मूल की समीरा फाजली, कश्मीर में रहने वाले मामा रोउफ फाजली के साथ

जम्मू, राज्य ब्यूरो : कश्मीर के लिए एक और सम्मान की बात है। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन में कश्मीरी मूल की एक और महिला समीरा फाजली को शामिल किया है। आइशा शाह के बाद फाजली कश्मीरी मूल की दूसरी महिला हैं। फाजली को नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात किया है।

अगले सप्ताह ही अमेरिका की कमान संभालने वाले जो बाइडन ने अपने प्रशासन में कश्मीरी मूल की दो महिलाओं को जगह देकर जम्मू-कश्मीर में उत्साह बढ़ाया है। जानकारी के अनुसार, समीरा फाजली को नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात किया है उम्मीद जताई जा रही है कि इससे निर्माण, नवाचार और घरेलू प्रतिस्पर्धा में सुधार होगा।

फाजली इस समय फेडरेल रिजर्व बैंक ऑफ अटालंटा में डायरेक्टर ऑफ अंगेजमेंट फॉर द कम्यूनिटी एंड इकनामिक डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के पद पर काम कर रही हैं। वह पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन में भी नेशनल इकनामिक फोरम में वरिष्ठ सलाहकार के तौर पर काम कर चुकी हैं। यही नहीं ओबामा प्रशासन में ही वह ट्रेजरी विभाग में भी सलाहकार रह चुकी हैं।

कश्मीरी मूल की आइशा शाह व्हाइट हाउस की डिजिटल रणनीति में पार्टनरशिप मैनेजर के पद पर हैं 

इससे पूर्व जो बाइडन ने कश्मीरी मूल की आइशा शाह को व्हाइट हाउस की डिजिटल रणनीति में पार्टनरशिप मैनेजर के पद पर तैनात किया है। यह पहली बार है कि अमेरिका के राष्ट्रपति के प्रशासन में कश्मीरी मूल की दो-दो महिलाओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे कश्मीर के लोगों विशेषकर महिलाओं में भी उत्साह है। उनका कहना है कि यह पूरे जम्मू-कश्मीर की महिलाओं के लिए सम्मान की बात है कि यहां की महिलाओं को जो बाइडन प्रशासन में अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं।

समीरा का परिवार 1970 में अमेरिका जाकर बस गया था: डॉ. समीरा फाजली के पिता डाॅ. मोहम्मद युसूफ फाजली और मां डाॅ. रफीका फाजली दोनों ही 1970 के दौरान अमेरिका जाकर बस गए थे। समीरा फाजली के पिता डाॅ. युसूफ फाजली कश्मीर के सुप्रसिद्ध स्वास्थ्य विशेषज्ञ डाॅ. अली जान के चचेरे भाई हैं। डाॅ. अली जान के नाम पर श्रीनगर शहर में एक सड़क का नाम भी रखा गया है। माैलाना आजाद मार्ग श्रीनगर में उनके नाम पर एक शापिंग काम्पलेक्स का नाम भी रखा गया है। समीरा फाजली केे मामा रोउफ फाजली जम्मू-कश्मीर बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक थे। समीरा फाजली का जन्म अमरीका में ही हुआ है।

समीरा फाजली आठ वर्ष कश्मीर पहले में एक रिश्तेदार की शादी में आईं थी : समीरा फाजली का पैतृक घर और ननिहाल दोनों ही श्रीनगर के डाऊन-टाऊन में एतिहासिक जामिया मस्जिद के साथ सटे गौजवारा माेहल्ले में है। अब उनके मामा व अन्य रिश्तेदार निशात इलाके में रहते हैं। दैनिक जागरण के साथ बातचीत में सुमैरा के मामा रोउफ फाजली ने बताया कि वह अक्सर कश्मीर आती हैं। अंतिम बार वह आठ वर्ष पहले यहां एक रिश्तेदार की शादी में आईं थी। वह पूरा कश्मीर घूम चुकी हैं। वह श्रीनगर के डाऊन-टाऊन में भी खूब घूम चुकी हैं। उनके पिता का पैतृक मकान डाऊन टाऊन में ही है। वह जम्मू-कश्मीर बैंक मुख्यालय में भी कई बार आईं हैं। इसके अलावा वह शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा में भी अक्सर जाती और वहां उपलब्ध स्वास्थ्य सेवा ढांचे का जायजा लेती थी। उन्होंने बंगलादेश का भी दौरा किया है।

समीरा कश्मीरी भाषा समझ लेती हैं लेकिन बोल नहीं सकतीं : रोउफ फाजली के मुताबिक, पूरा परिवार चाहता था कि समीरा भी डाक्टर ही बने। परिजनों के दबाव में आकर उसने एक मेडिकल कालेज में भी दाखिला लिया था और करीब दो वर्ष तक उसने मेडिकल की पढ़ाई की। इसके बाद उसने अपना रास्ता बदल लिया। रोउफ फाजली के मु़ताबिक, समीरा फाजली कश्मीरी समझ लेती हैं लेकिन बोलने में कुछ कठिनाई महसूस करती हैं। समीरा के पति भी डाक्टर हैं और उनके तीन बच्चे हैं। डाॅ. रोउफ फाजली ने बताया कि समीरा फाजली पहली बार व्हाइट हाउस के साथ नहीं जुड़ रही हैं। यह उनकी दूसरी पारी है। इससे पहले वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भी काम कर चुकी हैं।

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