Kargil Vijay Diwas 2021 : द्रास में कारगिल शहीदों के साथ 1971 के वीरों की कुर्बानियां भी हुई ताजा

लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों जवानों के साथ कारगिल शहीदों के रिश्तेदारों ने भी द्रास वार मेमोरियल में विजय मशाल को सलामी दी। उसके बाद उन्होंने 1971 के शहीदों के योगदान को याद किया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:07 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:07 PM (IST)
Kargil Vijay Diwas 2021 : द्रास में कारगिल शहीदों के साथ 1971 के वीरों की कुर्बानियां भी हुई ताजा
चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने द्रास वार मेमोरियल में स्वर्णिम विजय मशाल स्वीकार किया

जम्मू, राज्य ब्यूरो : 22वें कारगिल विजय दिवस पर द्रास में सोमवार को 1971 के वीरों की कुर्बानियां भी ताजा हो गईं। द्रास वार मेमोरियल पर कारगिल की चोटियों पर वीरता के नए र्कीतिमान स्थापित करने वाले सैनिकों के साथ उन वीरों की शहादत को भी याद किया गया, जिन्होंने पचास पहले वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था। सोमवार को चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने द्रास वार मेमोरियल में स्वर्णिम विजय मशाल स्वीकार कर इसे लोगों के दर्शन करने के लिए वहां रखा।

लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर, उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, जवानों के साथ कारगिल शहीदों के रिश्तेदारों ने भी द्रास वार मेमोरियल में विजय मशाल को सलामी दी। उसके बाद उन्होंने 1971 के शहीदों के योगदान को याद किया। अब अगले कुछ दिन तक लद्दाख में रहने वाली सेना की विजय मशाल उन बहादुरों के निशान तलाशेगी, जिन्होंने पचास साल पहले लड़े गए युद्ध में हिस्सा लिया था। विजय मशाल शहीदों के परिवारों को सम्मानित करने के साथ उन वीरों का भी हौसला बढ़ाएगी जो भारतीय सेना की असाधारण बहादुरी के जीते-जागते सुबूत हैं।

चार अप्रैल से 23 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर में रहने के बाद विजय मशाल ने लद्दाख में प्रवेश किया था। रविवार को कारगिल के द्रास में विजय मशाल सेना की 12 इंजीनियर्स रेजीमेंट की टीम ने स्वीकार की थी। इस रेजीमेंट ने लद्दाख में पाकिस्तान से तुरतुक में चालुंखा इलाके को वापस लेने में अहम भूमिका निभाई थी। विजय मशाल को सोलह दिसंबर, 2020 को दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रवाना किया था। विभिन्न प्रदेशों में स्वर्णिम विजय वर्ष में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रमों का सिलसिला 16 दिसंबर, 2021 तक जारी रहेगा।

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