Ladakh : कारगिल में तीन दिसंबर से सभी स्कूल बंद, कोरोना के बढ़ते मामलाें को देखते हुए लिया फैसला कोरोना के बढ़ते मामलाें को देखते हुए लिया फैसला

जम्मू कश्मीर और लद्दाख में कुछ दिन कोरोना के मामलों में काफी रही थी जिसके बाद कारिगल में स्कूल खोल दिए गए थे लेकिन एक बार फिर कोरोना के मामलों को बढ़ता देख प्रशासन ने स्कूल बंद करने के निर्देश दे दिए हैं। आनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 04:18 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 04:18 PM (IST)
Ladakh : कारगिल में तीन दिसंबर से सभी स्कूल बंद, कोरोना के बढ़ते मामलाें को देखते हुए लिया फैसला कोरोना के बढ़ते मामलाें को देखते हुए लिया फैसला
स्कूल कब खुलेंगे इसका फैसला कोरोना की स्थिति को देखते हुए किया जाएगा।

जम्मू, जागरण संवाददाता : लद्दाख में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कारिगल जिले में तीन दिसंबर से सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। जिला मजिस्ट्रेट कारिगल ने यह निर्देश मंगलवार को जारी किए हैं। लद्दाख में इस समय ढाई के करीब कोरोना के सक्रिय मामले हैं जबकि मंगलवार को भी लद्दाख में कोरोना के बारह मामले आ चुके हैं।

जम्मू कश्मीर और लद्दाख में कुछ दिन कोरोना के मामलों में काफी रही थी जिसके बाद कारिगल में स्कूल खोल दिए गए थे लेकिन एक बार फिर कोरोना के मामलों को बढ़ता देख प्रशासन ने स्कूल बंद करने के निर्देश दे दिए हैं। स्कूलों में अब कक्षाएं नहीं लगेंगी जबकि आनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। स्कूल कब खुलेंगे इसका फैसला कोरोना की स्थिति को देखते हुए किया जाएगा।उधर लद्दाख प्रशासन ने कोरोना से मारे गए लोगों के परिवारों को पचास पचास हजार रुपये आर्थिक मदद देने का भी फैसला किया है। इसके लिए प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं जिसके तहत कुछ औपचारिकताओं को पूरा कर पीड़ित परिवार काे मुआवजे के तौर पर यह मदद मुहैया करवाई जाएगी।

वहीं जम्मू कश्मीर में अब भी पहली कक्षा से लेकर नौवीं कक्षा के लिए स्कूल बंद हैं। हालांकि दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं स्कूलों में चल रही हैं लेकिन उनमें भी बच्चों की संख्या कम ही पहुंच रही है।जम्मू कश्मीर शिक्षा बोर्ड ने कश्मीर संभाग आैर जम्मू के विटर जोन स्कूलों में दसवीं और बारहवीं कक्षाएं की परीक्षाएं भी शुरू कर दी है। इन परीक्षाआें का आयोजन आफलाइन ही किया जा रहा है जहां कोविड के नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है।परीक्षा केंद्रों स्टाफ भी वही नियुक्त किया गया है जिनको वैक्सीनन की दोनों डोज दे दी गई है। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों में आइसोलेशन रू में बनाए गए हैं ताकि अगर कोई बच्चा बीमार है या उसके घर में कोई कोरोना संक्रमित है तो उसे अलग से बिठाकर परीक्षा ली जा सके।

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