Deepawali 2020 : जम्मू में इस बार दीवाली में कम हुआ प्रदूषण, ग्रीन पटाखे और समय की पाबंदी रही कामयाब

जम्मू में इस बार दीवाली पर ग्रीन पटाखे और समय की पाबंदी प्रदूषण कम करने में कामयाब रही। जम्मू शहर में पिछले वर्ष के मुकाबले कम प्रदूषण हुआ और दीवाली के अगले दिन आंखों में जलन और हवा में पटाखों की गंद भी लोगाें को परेशान नहीं कर रही।

By VikasEdited By: Publish:Sun, 15 Nov 2020 11:28 AM (IST) Updated:Sun, 15 Nov 2020 11:28 AM (IST)
Deepawali 2020 : जम्मू में इस बार दीवाली में कम हुआ प्रदूषण, ग्रीन पटाखे और समय की पाबंदी रही कामयाब
इस बार दीवाली पर ग्रीन पटाखे और समय की पाबंदी प्रदूषण कम करने में कामयाब रही।

जम्मू, जागरण संवाददाता । इस बार दीवाली पर ग्रीन पटाखे और समय की पाबंदी प्रदूषण कम करने में कामयाब रही। दीवाली पर इस बार जम्मू शहर में पिछले वर्ष के मुकाबले कम प्रदूषण हुआ और दीवाली के अगले दिन आंखों में जलन और हवा में पटाखों की गंद भी लोगाें को परेशान नहीं कर रही।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश के बाद जम्मू में रात आठ बजे से लेकर दस बजे तक ही पटाखों को चलाने की अनुमति दी गई थी जिसका असर काफी हद तक दीवाली में होने वाले प्रदूषण को रोकने में कामयाब रहा। हालांकि कुछ एक लोगों ने आठ बजे से पहले पटाखें चलाने शुरू कर दिए थे लेकिन रात आठ बजे के बाद ही शहर में आतिशबाजी ज्यादा देखी गई। इस बार ग्रीन पटाखों की ही बिक्री हुई और लोगों ने भी जागरूकता दिखाई। पटाखों के स्टाल पर भी लोग ग्रीन पटाखों की ही मांग कर रहे थे। इसके अलावा लोगों ने आतिशबाजी भी ज्यादा नहीं की।

राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी दीवाली पर होने वाले प्रदूषण को जांचने के लिए शहर के नरवाल, एमएएम स्टेडियम और आैद्योगिक क्षेत्र बड़ी ब्राह्मणा में हवा की गुणवता का डाटा एकत्रित करने के लिए यंत्र लगाए थे जिनमें इस बार पिछले वर्ष की तुलना में कम प्रदूषण रिकार्ड किया गया। इस बार दीवाली पर जम्मू शहर में हवा की गुणवता जिसे एयर क्वालिटी इंडक्स के तौर पर मापा जाता है वह 115 पंद्रह रही जबकि पिछले वर्ष यह मात्रा 130 दर्ज की गई थी। गुणवता के हिसाब से इसे सौ तक सही माना गया है। इसके अलावा नरवाल में दीवाली पर आरएसपीएम यानि रेसपिरेबल सस्पेंडेड पार्टीकुलेट मैटर 142 ग्राम प्रति क्यूबिक मीट दर्ज किया गया जबकि एमएएम स्टेडियम इसकी मात्रा 117 और बड़ी ब्राह्मणा में 122.3 दर्ज की गई। आरएसपीएम की मात्रा 100 ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक मान्य है। इसके अलावा पीएम 2.5 मात्रा नरवाल में 56.4 ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर, एमएएम स्टेडियम में 37.2 और बड़ी ब्राह्मणा में 32.2 दर्ज किया गया। इनके अलावा सल्फर डायआक्साइड की मात्रा 4.00 और नाइट्राेजन की मात्रा 20.2 ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई जो अपनी 80.4 ग्राम की मात्रा से काफी कम रही।

कोरोना का भी दिखा असर, लोगों में भी आई जागरूकता

पर्यावरणविद सीएम शर्मा का कहना है कि इस बार कोरोना का असर भी था लेकिन लोगों में जागरूकता भी अाई है। लोग अब आदेशों का पालन करने लगे हैं। वे अपनी जिम्मेदारी भी समझते हैं। यह अच्छी बात है कि लोग प्रदूषण की गंभीरता को समझने लगे हैं। आने वाले समय में इसका और असर देखने को मिलेगा। सरकार को चाहिए कि दीवाली के एक दिन पहले नहीं बल्कि इससे काफी पहले लोगों को जागरूक करना शुरू करे। इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे।

आरएसीएम

2019 दीवाली

नरवाल : 163 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

एमएएम स्टेडियम : 131 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

बड़ी ब्राह्मणा : 144.6 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

पीएम 2.5

2019 दीवाली

नरवाल : 63.84 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

एमएएम स्टेडियम : 45.17 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

बड़ी ब्राह्मणा : 37.82 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

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