Jammu Kashmir: चैंबर चुनाव के बाद अब वेयर हाउस-नेहरू मार्केट चुनाव की तैयारी, कोरोना महामारी के कारण टल गए थे चुनाव

जम्मू संभाग के सबसे बड़े उद्योग व व्यापार संगठन चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू के चुनाव सम्पन्न होने के साथ ही अब जम्मू की सबसे बड़ी थोक अनाज मंडी वेयर हाउस-नेहरू मार्केट में चुनावी सुगबुगाहट शुरू हो गई है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 02:23 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 02:23 PM (IST)
Jammu Kashmir: चैंबर चुनाव के बाद अब वेयर हाउस-नेहरू मार्केट चुनाव की तैयारी, कोरोना महामारी के कारण टल गए थे चुनाव
जम्मू की सबसे बड़ी थोक अनाज मंडी वेयर हाउस-नेहरू मार्केट में चुनावी सुगबुगाहट शुरू हो गई है।

जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू संभाग के सबसे बड़े उद्योग व व्यापार संगठन चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू के चुनाव सम्पन्न होने के साथ ही अब जम्मू की सबसे बड़ी थोक अनाज मंडी वेयर हाउस-नेहरू मार्केट में चुनावी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। चैंबर के बाद जम्मू में यह सबसे अहम व बड़ी मंडी है जिसके चुनाव काफी महत्वपूर्ण माने जाते है। इस मंडी में भी दो साल के लिए टीम का चयन होता है और यह चुनाव 2020 में होने थे लेकिन कोरोना महामारी के चलते चुनाव टल गए। अब हालात सामान्य होते देख मंडी में चुनाव करवाने की तैयारियां शुरू हो गई है। इस मंडी में करीब 500 सदस्य है जाे टीम के छह सदस्यों का चयन करते हैं लेकिन कहीं न कहीं इस मतदान में बाहरी लोगों का भी काफी प्रभाव रहता है। चूंकि यहां अधिकतर व्यापारी रिश्तों की डोर में बंधे है, लिहाजा मतदान में रिश्तेदारियां भी काफी अहम भूमिका निभाती है।

बंद हो रहा प्लाईवुड उद्योग :

जम्मू में प्लाईवुड उद्योग पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। एक तो यूं भी लोग अब लकड़ी के बजाय स्टील की ओर रूख कर रहे हैं और इस बदलाव के बीच वन विभाग के बदलते नियमों से लकड़ी व प्लाईवुड उद्योग से जुड़ी इकाईयां अब घाटे में चल रही है। कई इकाईयों पर ताले लग है, तो कईयों पर ताले लगने वाले हैं। वन विभाग ने लकड़ी पर रायल्टी को एक दम से 70 फीसद बढ़ाकर इस उद्योग के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी है। जम्मू संभाग में करीब बीस ऐसी इकाईयां है जो इससे सीधी प्रभावित हुई है। इन इकाईयों में उत्पादन महंगा होने से ये पड़ोसी राज्यों से आने वाली सप्लाई से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहे। ऐसे में मौजूदा समय में दिल्ली, पंजाब व अन्य राज्यों से आने वाली प्लाईवुड की बिक्री बढ़ रही है और स्थानीय उत्पाद की मांग में लगातार गिरावट हो रही है।

उद्योग को लग रहे बिजली के झटकें :

जम्मू-कश्मीर में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में 24,800 करोड़ रुपये का पैकेज भी घोषित किया गया है लेकिन उद्योग चलाने के लिए सबसे जरूरी बिजली की सप्लाई को दुरुस्त करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। मौजूदा समय में दर्जनों औद्योगिक इकाईयां ऐसी है जिन्होंने उत्पादन शुरू करने के लिए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन कर रखा है लेकिन महीनों बाद भी उन्हें कनेक्शन नहीं मिला। ऐसा भी नहीं किया प्रदेश के पास बिजली नहीं लेकिन विभागीय औपचारिकताओं के चलते कनेक्शन जारी करने में महीनों का समय लग रहा है। ऐसे में नए उद्योग लगाने के लिए सरकार जमीन तो दे देगी लेकिन अगर बिजली कनेक्शन जारी करने में इसी तरह का रवैया रहा तो सरकारी प्रयासों को झटका अवश्य लगेगा।

नया शाॅपिंग हब बना डिस्को रोड :

अंबफला से जानीपुर जाने के रास्ते को कभी डिस्को रोड के नाम से जाना जाता था। एक समय था जब यहां पहाड़ियों से हर बरसात में पानी का बहाव आने से सड़क बह जाती थी और पथरीले रास्ते से गाड़ियां गुजरती थी। यहां लगने वाले हिचकौलों के कारण इस रास्ते का नाम ही डिस्को रोड प्रख्यात हो गया। ऐसा माना जाता था कि इस रास्ते का कभी सुधार नहीं होगा लेकिन आज यहां न केवल पक्की सड़क है, बल्कि पूरा इलाका शहर में नया शापिंग हब बनकर उभरा है। आज शहर के पॉश अप्सरा रोड पर जितने बड़े ब्रांड के शोरूम है, उतने ही शोरूम इस मार्ग पर भी खुल चुके है। हाईकोर्ट मार्ग से लेकर जानीपुर मेन स्टॉप तक पूरा इलाका शापिंग हब बनकर उभरा है और यहां आज देश के सभी प्रमुख ब्रांड के शोरूम खुले है। ये शोरूम अभी तक रघुनाथ बाजार व गांधी नगर अप्सरा रोड तक ही थे लेकिन इस क्षेत्र में इन शोरूम के खुलने से जम्मू पश्चिम में नया बाजार विकसित हुआ है।

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