Ladakh: कारगिल में 50 फीसद क्षमता के साथ खुले 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल

बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करवा रहे अध्यापक भी खुश दिखे। आनलाइन पढ़ाई करने में दूरदराज इलाकों के बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 से ही जिले में शिक्षा पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:25 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:25 AM (IST)
Ladakh: कारगिल में 50 फीसद क्षमता के साथ खुले 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल
स्कूल प्रबंधनों को सख्ती से अनुशासन का पालन करने के लिए भी हिदायतें दी गई हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करगिल जिले में 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए स्कूल पचास फीसद क्षमता के साथ खोल दिए गए। कारगिल में कोरोना संक्रमण से उपहे हालात में काफी हद तक सुधार के बाद स्कूल खोलने का फैसला डिप्टी कमिश्नर संतोष सुखदेेवे ने लिया। इस समय कारगिल जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई के चलते संक्रमण के सिर्फ पांच मामले हैं।

कारगिल जिले में शिक्षा को पटड़ी पर लाने के लिए हुई बैठक में 9वी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया गया। सशर्त स्कूल स्कूल खोलने का अहम फैसला करगिल के डिप्टी कमिश्नर संतोष सुखदेव ने लिया।

ऐसे में सोमवार को स्कूल खुलते ही अप्रैल महीने से बंद पड़े जिले के स्कूलों में रौनक लौट आई। जोश के साथ स्कूल पहुंचे बच्चों का स्कूल व स्टाफ के सदस्यों ने स्वागत किया। करीब तीन महीनों के बाद अपने सहपाठियों से मिलकर विद्यार्थी खासे उत्साहित थे। इस दौरान बच्चों को निर्देश दिए गए कि व कोरोना की रोकथाम संबंधी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करें।

बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करवा रहे अध्यापक भी खुश दिखे। आनलाइन पढ़ाई करने में दूरदराज इलाकों के बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 से ही जिले में शिक्षा पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। अब 50 फीसद की क्षमता के साथ स्कूल खोलने का फैसला करने के बाद स्कूल प्रशासन की ओर से 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे रोस्टर के अनुसार स्कूल में आएं। आधे बच्चे एक दिन व आधे बच्चे अगले दिन आएंगे। इस दौरान उन्हें सख्ती से अनुशासन का पालन करने के लिए भी हिदायतें दी गई हैं।

आपको जानकारी हो कि पिछले दो साल के दौरान कोरोना महामारी के कारण बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। घरों में बैठ व आनलाइन पढ़ाई से बच्चों में मानसिक तनाव भी बढ़ा है। ऐसे में कोरोना नियमों का पालन करते हुए प्रशासन ने स्कूलों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल खोलने की इजाजत दे दी है। अभिभावक ही नहीं बच्चे भी इस फैसले से काफी खुश हैं।

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