Vijay Mashaal: जम्मू के बाद अब कश्मीर के शहीदों का सम्मान करेगी सेना की विजय मशाल

जम्मू संभाग में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रमों का सिलसिला अगले कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगा। इसके बाद विजय मशाल के बनिहाल टनल पार कर कश्मीर पहुंचने के साथ ही जून महीने के तीसरे सप्ताह में वहां पर स्वर्णिम विजय वर्ष के कार्यक्रमों का सिलसिला जोर पकड़ लेगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 11:32 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 11:32 AM (IST)
Vijay Mashaal: जम्मू के बाद अब कश्मीर के शहीदों का सम्मान करेगी सेना की विजय मशाल
विजय मशाल ने जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से इस वर्ष 4 अप्रैल को प्रवेश किया था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू संभाग में करीब अढ़ाई महीनों तक स्वर्णिम विजय वर्ष के कार्यक्रमों के बाद जून महीने के अंतिम सप्ताह में कश्मीर संभाग में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे।

जम्मू संभाग में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रमों का सिलसिला अगले कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगा। इसके बाद विजय मशाल के बनिहाल टनल पार कर कश्मीर पहुंचने के साथ ही जून महीने के तीसरे सप्ताह में वहां पर स्वर्णिम विजय वर्ष के कार्यक्रमों का सिलसिला जोर पकड़ लेगा। श्रीनगर के बादामी बाग स्थित चिनार कोर मुख्यालय में कार्यक्रम के साथ सेना की विक्टर फोर्स व अन्य मिलिट्री स्टेशनों में शहीदों को सलामी देने के साथ पूर्व सैनिकों व वीर नारियों को सम्मानित किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में सेना के अधिकारियों, जवानों, एनसीसी कैडेटों के साथ व क्षेत्र के निवासी भी हिस्सा लेंगे।

सेना की उत्तरी कमान मुख्यालय उधमपुर के बाद इस समय आतंकवाद से लड़ रही राष्ट्रीय राइफल्स की डेल्टा फोर्स रामबन, डोडा व किश्तवाड़ जिलों में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रम कर रही है। मंगलवार से सेना की डेल्टा फोर्स ने अपने क्षेत्राधिकार में वर्ष 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ वीर नारियों व युद्ध में हिस्सा लेने वाले पूर्व सैनिकों को सम्मानित करने के कार्यक्रम शुरू कर दिए।

सेना की उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने स्वर्णिम विजय मशाल के उधमपुर पहुंचने पर सोमवार को ध्रुव वार मेमोरियल में वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के शहीदों को सलामी दी थी।

विजय मशाल ने जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से इस वर्ष 4 अप्रैल को प्रवेश किया था। अब तक जम्मू संभाग के साज जिलों में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रमों में युद्ध, सैन्य अभियानों में पदक जीत चुके पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया है। 

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