GMC Jammu: चार साल बाद आज मरीजों को समर्पित होगा जीएमसी की इमरजेंसी का नया ब्लाक

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा वीरवार शाम को राजकीय मेडिकल कालेज के नए इमरजेंसी ब्लाक का उदघाटन करेंगे। सौ बिस्तरों की क्षमता वाले इस ब्लाक के खुलने से मरीजों को राहत मिलेगी। वहीं उपराज्यपाल शाम को ही गंग्याल में पचास बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पताल का भी उदघाटन करेंगे।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 03:53 PM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 03:53 PM (IST)
GMC Jammu: चार साल बाद आज मरीजों को समर्पित होगा जीएमसी की इमरजेंसी का नया ब्लाक
सौ बिस्तरों की क्षमता वाले इस ब्लाक के खुलने से मरीजों को राहत मिलेगी।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा वीरवार शाम को राजकीय मेडिकल कालेज के नए इमरजेंसी ब्लाक का उदघाटन करेंगे। सौ बिस्तरों की क्षमता वाले इस ब्लाक के खुलने से मरीजों को राहत मिलेगी। वहीं उपराज्यपाल शाम को ही गंग्याल में पचास बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पताल का भी उदघाटन करेंगे।

जीएमसी के नए इमरजेंसी ब्लाक का निर्माण चार साल पहले 2017 मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया के निर्देशों के बाद शुरू हुआ था। इस ब्लाक काे शुरू करने का लक्ष्य 2019 रखा गया था लेकिन काम पूरा न होने के कारण लगातार इसके उदघाटन को लेकर देरी होती रही। कोविड के मामले आने के बाद जम्मू के मंडलायुक्त डा. राघव लंगर ने इसे मई महीने तक पूरा करने के निर्देश दिए थे। हालांकि बावजूद इसके एक महीने देरी से काम खत्म हुआ। अब शाम को इसे मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा। सौ बिस्तरों की क्षमता वाले इस ब्लाक की हर मंजिल पर 33-33 बिस्तरों की क्षमता है। इनमें से 12-12 बिस्तर आइसीयू के हैं। जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन का कहना है कि इमरजेंसी ब्लाक पूरी तरह से उदघाटन के लिए तैयार है।

गंग्याल में बना 50 बिस्तरों की क्षमता वाला राजीव गांधी अस्पताल भी आज शाम को मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा 

वहीं गंग्याल में बना पचास बिस्तरों की क्षमता वाला राजीव गांधी अस्पताल भी आज शाम को मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा। इस अस्पताल का निर्माण कार्य भी कुछ महीने पहले पूरा हो गया था लेकिन कोविड के मरीज आने पर इसे कोविड अस्पताल में बदल दिया गया था। अब कोविड के मरीजों को छुट्टी होने के बाद अस्पताल का औपचारिक तौर पर उदघाटन हो रहा है ताकि अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों का यहां पर इलाज हो सके।

स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डा. रेनू शर्मा का कहना है कि यह अस्पताल खुलने से गंग्याल व आसपास के मरीजों को गांधीनगर अस्पताल में आने की जरूरत नहीं रहेगी। इससे मेडिकल कालेज पर भी दबाव कम होगा।  

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