Celebration for Rakeshwar Singh : राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई पर बैंड बाजे के साथ रैली निकाली
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। शुक्रवार दोपहर को उनकी टेस्ट रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट आने के बाद वे होम आइसोलेट हो गए हैं। उपचार के अलावा तमाम तरह की सावधानियां बरत रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता : छत्तीसगढ़ के बाजापुर हमले में अगवा किए गए कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलवादियों द्वारा रिहा किए जाने पर डोगरा फ्रंट शिव सेना ने शुक्रवार को जश्न मनाया। बैंड बाजे के साथ शहर में रैली निकाली और इस दौरान घंटिया बजाई गई। इस दौरान भारत माता की जय का जयघोष किया गया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार के कड़े मिजाज को देखते हुए नक्सलवादियों को जवान की रिहाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
कार्यकर्ताओं ने वहीं केंद्र सरकार से मांग की कि अब नक्सलवादियों पर शिकंजा कसने का समय आ गया। मौके पर कार्यकर्ताओं ने भारतीय सुरक्षा बलों व केंद्र सरकार के पक्ष में नारे भी लगाए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राकेश्वर सिंह मन्हास के पोस्टर भी लहराए। मौके पर संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कहा कि नक्सलवादियों ने दबाव में आकर राकेश्वर सिंह मन्हास को छोड़ दिया। केंद्र सरकार ने पहले ही कह दिया था कि अब कोई बातचीत नही होगी, नक्सलवादियों पर कार्रवाई होगी। इसके बाद भयभीत हुए नक्सलवादियों को जवान की रिहाई करनी पड़ी।
अशोक गुप्ता ने कहा कि नक्सलवाद कुछ भी नही है, बस देश को अपने इरादे मजबूत करने होंगे। बड़े से बड़े मसले का हल देश ने निकाला है। पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के ठिकाने ध्वस्त किए।यह नक्सलवादी समय समय पर देश को नुकसान पहुंचाते हैं। हाल ही में 22 जवानों को इन्होंने ही शहादत दी। इसलिए इन जवानों का बदला लेने का समय है। केंद्र सरकार को चाहिए कि नक्सलवाद पर सर्जीकल स्ट्राइक की जाए। यह नक्सलवाद देश को कमजोर करना चाहते हैं, इसलिए इस नक्सलवाद को कुचलने का समय आ गया है। प्रदर्शन में अभिषेक, कालू, प्रेम, बंटू, चंदू, नरेश, शिवा, चंदू आदि ने शामिल थे।