जम्मू-कश्मीर के आईटीआई संस्थानों में दाखिला प्रक्रिया शुरू, अंतिम तिथि 5 अगस्त 2021 निर्धारित

Admission open in ITI Institute विभाग के प्रमुख सचिव असगर समून ने कहा कि पालीटेक्निक कालेजों व आईटीआई संस्थानों से पास आउट विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देकर प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के अवसर दिलाए जाएंगे या स्वयंरोजगार की योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 01:13 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 01:13 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर के आईटीआई संस्थानों में दाखिला प्रक्रिया शुरू, अंतिम तिथि 5 अगस्त 2021 निर्धारित
ऐसे कोर्स शुरू करने जा रहे है जो इंडस्ट्री में रोजगार दिलाने में मददगार साबित हों।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के आईटीआई संस्थानों में अकादमिक सत्र 2021-22 के लिए दाखिला प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कौशल विकास विभाग की तरफ से जारी अधिसूचना के अनुसार दो साल, एक साल और छह महीने के कोर्स के लिए आप आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि पांच अगस्त 2021 निर्धारित की गई है। एक जून 2021 को आवेदन करने वाले युवाओं की न्यूनतम आयु 14 साल होनी चाहिए और ड्राइवर एवं मेकेनिक एलएमवी ट्रेड कोर्स में आवेदन करने की आयु न्यूनतम 18 साल होनी चाहिए। दाखिलों के लिए डोमिसाइल प्रमाणपत्र जरूरी है जिसे दाखिले के समय जमा करवाना होगा। जम्मू-कश्मीर में 53 आईटीआई संस्थान है जिसमें कश्मीर संभाग में 27 और जम्मू संभाग में 26 संस्थान शामिल है।

दसवीं पास करने के बाद बढ़ी संख्या में विद्यार्थी कौशल विकास के लिए आईटीआई संस्थानों में दाखिला लेते है। अब कौशल विकास विभाग ने पालीटेक्निक कालेजों व आइटीआई संस्थानों के पास आउट हुए विद्यार्थियों का पता लगाकर उनको रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

विभाग के प्रमुख सचिव असगर समून ने कहा कि पालीटेक्निक कालेजों व आइटीआई संस्थानों से पास आउट विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देकर प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के अवसर दिलाए जाएंगे या स्वयंरोजगार की योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।

वहीं पालीटेक्निक कालेजों में डाटा बेस सिस्टम असिस्टेंट, कलाउंड कम्पयूटिंग, साफ्टवेयर टेस्टिंग असिस्टेंट, रोबोटिक्स इंजीनियर्स कोर्स शुरू करने की तैयारी है। समून का कहना है कि हम ऐसे कोर्स शुरू करने जा रहे है जो इंडस्ट्री में रोजगार दिलाने में मददगार साबित हों।

आईटीआई संस्थानों और पालीटेक्निक कालेजों में ढांचागत सुविधाएं बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे है। हमारी कोशिश है कि नया अकादमिक सत्र शुरू होने से पहले ही जरूरत अनुसार शिक्षा के ढांचे को मजबूत किया जाए। 

chat bot
आपका साथी