Jammu Kashmir: धार्मिक स्थल देवी पिंडी में पिकनिक मनाने पर प्रशासन ने लगाई रोक, यह है इसकी वजह

मां वैष्णो देवी के त्रिकमुटा पर्वत की गोद में कटड़ा के साथ लगते पैंथल ब्लॉक में पवित्र धार्मिक देवी पिंडी स्थल के साथ ही मार्ग पर पुलिस व प्रशासन ने पिकनिक मनाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 04:51 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:53 PM (IST)
Jammu Kashmir: धार्मिक स्थल देवी पिंडी में पिकनिक मनाने पर प्रशासन ने लगाई रोक, यह है इसकी वजह
मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत की गोद में कटड़ा के साथ लगते पैंथल ब्लॉक में पवित्र धार्मिकस्थल देवी पिंडी

कटड़ा, राकेश शर्मा । मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत की गोद में कटड़ा के साथ लगते पैंथल ब्लॉक में पवित्र धार्मिक देवी पिंडी स्थल के साथ ही मार्ग पर पुलिस व प्रशासन ने पिकनिक मनाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती के साथ ही ड्रोन कैमरों की तैनाती कर दी गई है ताकि पिकनिक मनाने वालों पर कड़ी निगरानी रोजाना रखी जाएगी।

गौरतलब है कि बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो जिसमें कुछ युवा धार्मिक देवी पिंडी मार्ग पर पिकनिक के नाम पर शराब बीयर आदि पी रहे थे। इसको लेकर लोगों की आस्था को गहरी ठेस पहुंची है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए लोगों ने कड़ी नाराजगी जताई। पुलिस तथा प्रशासन ने अब बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है।

बुधवार को तहसीलदार कटड़ा अनिल चाडक, नायब तहसीलदार कमल किशोर वर्मा, एसडीपीओ कुलजीत सिंह, एसएचओ सुनील शर्मा, बीडीसी सदस्य पैंथल ब्लॉक राजेंद्र मेंगी, सरपंच कुनिया राजेंद्र ठप्पा के साथ अन्य प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों ने देवी पिंडी मार्ग का दौरा किया| ड्रोन कैमरे की मदद से झज्जर नदी में पिकनिक मना रहे लोगों को चेतावनी देकर वापस भेज दिया इसी बीच करीब 200 लोगों को वापस भेज दिया जो झज्जर नाले में नहाने के साथ ही पिकनिक आदि मना रहे थे|

गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के उपरांत प्रशासन द्वारा देवी पिंडी मार्ग पर बड़ी संख्या में शराब तथा बियर आदि की बोतलें बरामद की| गौरतलब है कि धार्मिक स्थल देवी पिंडी जहां प्राकृतिक रूप से मां वैष्णो देवी की भांति ही महालक्ष्मी महाकाली मां सरस्वती की तीन पिंडियां विराजमान है| इस स्थल पर पारंपरिक तौर पर संक्रांत या फिर धार्मिक पर्व पर स्थानीय लोगों का पूजा अर्चना हेतु आना जाना लगा रहता है| परंतु बीते 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते एकाएक विभिन्न जिलों के लोगों के आने की बाढ़ से लग गई है|  रोजाना दो से तीन हजार लोग निरंतर इस मार्ग पर आ जा रहे हैं| स्थानीय लोगों को कहना है कि वर्तमान में जो भी लोग आ रहे हैं वह तीर्थ यात्रा नहीं बल्कि पिकनिक मनाने आ रहे हैं| लोगों की आस्था को तिलांजलि दे रहे हैं|

पिकनिक मनाने पर पूरी तरह से रोक: तहसीलदार कटड़ा अनिल 

तहसीलदार कटड़ा अनिल चाढ़क ने बताया कि धार्मिक स्थल देवी पिंडी व मार्ग पर पिकनिक आदि मनाने पर प्रशासन द्वारा पूरी तरह से रोक लगा दी गई है| जिसको लेकर पहले ही दिन काफी लोगों को चेतावनी देकर वापस भेजा गया| अगर भविष्य में कोई भी उल्लंघन करता पाया गया तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी| ताकि इस धार्मिक स्थल की आस्था निरंतर बनी रहे|

केवल तीर्थ यात्रियों को ही होगी जाने की इजाजत: एसडीपीओ कुलजीत सिंह

एसडीपीओ कटड़ा कुलजीत सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थल देवी पिंडी केवल यात्रा के लिए ही लोगों को जाने की अनुमति होगी| जिसको लेकर देवी पिंडी मार्ग के सरपाटिया क्षेत्र के साथ ही कुनिया बागबीच, मंदिर परिसर व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस के साथ ही सीआरपीएफ की तैनाती कर दी गई है| और पूछताछ के उपरांत ही लोगों को तीर्थ यात्रा की अनुमति होगी| वायरल हुई वीडियो के बारे में कुलजीत सिंह ने कहा कि आईटी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और निरंतर जांच की जा रही है आस्था को ठेस पहुंचाने वालों के विरुद्ध जल्द ही कार्रवाई होगी|

देवी पिंडी बोर्ड का किया जाए गठन: डीडीसी सदस्य राजेंद्र 

पैंथल ब्लॉक के डीडीसी सदस्य राजेंद्र मेंगी ने प्रशासन से अपील किया कि वे जल्द से जल्द देवी पिंडी श्राइन बोर्ड का गठन करें| इस बोर्ड में स्थानीय सरपंच, पंच, बीडीसी, डीडीसी आदि सदस्यों के साथ बैठक की जाए| ताकि एक और जहां इस धार्मिक स्थल की आस्था निरंतर बनी रहे तो दूसरी और इसका विकास संभव हो सके|

झज्जर नदी का पानी कई गांवों को पीने के लिए होता है सप्लाई: सरपंच राजेंद्र ठप्पा

कुनिया पंचायत के सरपंच राजेंद्र ठप्पा ने कहा कि पिकनिक के नाम पर लोगों ने पवित्र झज्जर नदी का पानी दूषित कर दिया है जिससे लोगों को ठेस पहुंची है क्योंकि इस नदी का पानी पीने के लिए पैंथल के साथ ही सूल, सीड़ा, ककडयाल, देवा माई, फड़ेया, मथवार, कांजली आदि ग्रामीण इलाकों में सप्लाई होता है। जिससे हजारों ग्रामीण लाभान्वित होते हैं| प्रशासन ने पिकनिक पर रोक लगाने पर खुशी जाहिर करते हुए राजेन्द्र ठप्पा ने कहा कि यह कदम प्रशासन द्वारा पहले ही उठाया जाना चाहिए था|

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