Kunjwani-Sidhra Flyover: कुंजवानी से सिदड़ा हाईवे के बीच बनेंगे 7 फ्लाइओवर, यहां बनेंगे छोटे-बड़े फ्लाइओवर

डिवकॉम जम्मू ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण हायब्रिड एन्युटी माडल (निश्चित वार्षिक भुगतान) के आधार पर इसका निर्माण कर रही है और अलग-अलग जोन के लिए अलग-अलग टेंडर जारी किए गए हैं।कटड़ा-दिल्ली एक्सप्रेस-वे के जम्मू-पठानकोट सेक्शन के लिए निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 11:51 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 11:51 AM (IST)
Kunjwani-Sidhra Flyover: कुंजवानी से सिदड़ा हाईवे के बीच बनेंगे 7 फ्लाइओवर, यहां बनेंगे छोटे-बड़े फ्लाइओवर
12 लेन करने के साथ दो बाइ-लेन भी बनाए जाएंगे ताकि लोगों को जाम से छुटकारा मिल सके।

जम्मू, अवधेश चौहान। शहर के प्रवेश द्वार कुंजवानी से सिदड़ा हाईवे तक छोटे-बड़े सात फ्लाइओवर बनाए जाएंगे। लगभग 16 किलोमीटर के इस रास्ते में उन जगहों पर फ्लाइओवर बनाए जाएंगे जहां क्रासिंग, रेलवे ओवर हेड ब्रिज और यातायात पर सबसे अधिक दवाब है। इस हाईवे को 6 लेन से बढ़ाकर 12 लेन करने के साथ दो बाइ-लेन भी बनाए जाएंगे ताकि लोगों को जाम से छुटकारा मिल सके।

यह पूरा प्रोजेक्ट दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वे का हिस्सा होगा। दिल्ली-अमृतसर- कटड़ा एक्सप्रेस-वे जम्मू कश्मीर के 4 जिलों के 229 गांवों से गुजरेगा। जम्मू शहर के बाहरी इलाके कुंजवानी-कटड़ा हाइवे से गुजरने से इस हाईवे पर स्थित ग्रेटर कैलाश, सैनिक कालोनी, सुंजवां सैन्य छावनी इलाकों में शहरी भीड़भाड़ को देखते हुए करीब 25 किलोमीटर के फासले पर 7 फ्लाइओवरों का निर्माण किया जाएगा। जिससे कि कटड़ा या श्रीनगर जाने वाले पर्यटक सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग 44 से होते हुए अपने गंतव्यों की ओर निकल जाए। प्रदेश की सबसे बड़ी सैनिक कालोनी, ग्रेटर कैलाश और सैन्य छावनी सुंजवा और वेव मॉल से भी फ्लाईओवर को मंजूरी मिल चुकी है।जिससे कि जम्मू शहर के बाहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग फ्लाईओवर से नीचे सड़क मार्ग से भी आ जा सकेगें।यह जानकारी नेशनल हाइवे अथार्टी अाफ इंडियां एनएचआइ के क्षेत्रिय अधिकारी रोहिनी गुप्ता ने दी।गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग कुंंजवानी से नरवाल तक कई संवेदनशील सैन्य ठिकानों को देखते हुए फ्लाईओवरों का निर्माण किया जा रहा है।

सैनिक कालौनी और ग्रेटर कैलाश के बीच बनेगा फ्लाईओवर

सबसे ज्यादा राहत सैनिक कालौनी और ग्रेटर कैलाश के लोगों को फ्लाई ओवरों से मिलेगी।हाइवे पर क्रॉसिंग के कारण दुर्घटनाओं पर लगाम लगेगी।सैनिक कालौनी में रेलवे ओवर हेड ब्रिज के 300 मीटर सड़क जो सिकुड़ कर दो लेन की हो जाती है, का भी विस्तारीकरण शुरू हो जाएगा।इस सट्रेच पर सैनिक कालौनी से ग्रेटर कैलाश के बीच फ्लाईओवर का निमार्ण किया जा रहा है।सिद्धड़ा में फ्लाईओवर पहले से ही बना हुआ है और वहां से होता हुआ हाइवे नगरोटा से जुड़ जाएगा।राष्ट्रीय राजमार्ग 44 कुल 12 लेन का होगा। इसके दोनों तरफ दो बाई लेन भी बनाई जाएंगी।हाइवे के विस्तारीकरण की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जा रही है।पूरी परियोजना को दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।मंडलायुक्त डा. राघव लंगर ने एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण मामलों की समीक्षा की और सांबा के उपायुक्त को लंबित कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा।इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से हो रहा है।दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेस-वे का 130 किलोमीटर क्षेत्र जम्मू कश्मीर में आता है।

डिवकॉम जम्मू ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण हायब्रिड एन्युटी माडल (निश्चित वार्षिक भुगतान) के आधार पर इसका निर्माण कर रही है और अलग-अलग जोन के लिए अलग-अलग टेंडर जारी किए गए हैं।कटड़ा-दिल्ली एक्सप्रेस-वे के जम्मू-पठानकोट सेक्शन के लिए निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी है। कुंजवानी से दोमेल कटड़ा सेक्शन के लिए निविदा कार्य जारी है।परियोजना पर काम दिसंबर 2021 में शुरू होगा और इसे दिंसबर 2023 में पूरा कर लिया जाएगा। जिला सांबा में एक्सप्रेस-वे के लिए 74 फीसद और अधिग्रहण काम का पूरा हो चुका है।

दिल्ली-अमृतसर-कटडा एक्सप्रेस वे के निमार्ण से दिल्ली से कटड़ा का सफर 7 घंटे में पूरा होगा

एनएचआइए के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वाइपीएस जादो ने बताया कि परियोजना से जम्मू कश्मीर में सड़कों का एक नेटवर्क बिछाया जाएगा। जिससे कि अब लोगों को अपने गंतव्यों तक पहुंचान आसान और सुरक्षित हो जाएगा।जम्मू के कुंजवानी से होता हुए 12 लेन हाइवे सिद्धड़ा,नगरोटा, रियासी से होता हुआ कटड़ा पहुंचेगा।

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित दोमेल से यह हाइवे रियासी की ओर जाएगा।यह हाइवे पूरी तरह से अलग बनाया जाएगा।परियोजना के पूरा हो जाने से करीब 40 गांव हाइवे से जुड़ जाएंगे।गुरदासपुर जिले के बलसुआ से कीडियां गंडियाल यानि कठुआ जिले तक का सफर भी काफी कम हो जाएगा।पठानकोट में इसका निर्माण दूसरे चरण में दो साल में पूरा किया जाना है।दिल्ली-अमृतसर-कटडा एक्सप्रेस वे के निमार्ण से दिल्ली से कटड़ा का सफर 7 घंटे में पूरा होगा। 

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