'अगर टीम इंडिया ओलंपिक में पदक जीतती है तो इसे देश के कोरोना वॉरियर्स को करेंगे समर्पित'

भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा है कि अगर भारतीय टीम टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों में पदक जीतने में कामयाब होती है तो फिर हम इसे देश के कोरोना योद्धाओं को समर्पित करेंगे।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 02:57 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 02:57 PM (IST)
'अगर टीम इंडिया ओलंपिक में पदक जीतती है तो इसे देश के कोरोना वॉरियर्स को करेंगे समर्पित'
हॉकी इंडिया ओलंपिक की तैयारियों में जुटी हुई है (फोटो हॉकी इंडिया)

 बेंगलुरु, एएनआइ। दुनिया भर में मानव जीवन को बाधित करने वाली COVID-19 महामारी के साथ, अनगिनत फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं ने दूसरों की खातिर अपनी जान जोखिम में डाल दी और घातक वायरस से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसलिए, सभी कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने और सम्मान दिखाने के लिए, भारतीय पुरुष हॉकी टीम, जो आगामी टोक्यो ओलंपिक में भाग ले रही है, उसके कप्तान ने देश के सच्चे नायकों को अपना प्रदर्शन समर्पित करने की कसम खाई है।

कृतज्ञता के प्रतीक केरूप में, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने के लिए सभी बाधाओं से लड़ने और इसे देश के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को समर्पित करने का संकल्प लिया है। हॉकी इंडिया द्वारा जारी किए गए वीडियो में मनप्रीत सिंह ने कहा है, "जैसा कि हम आगामी ओलंपिक खेलों टोक्यो 2020 के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, हम भारत के लिए पदक जीतने के लिए सभी बाधाओं से लड़ने का वादा करते हैं। और अगर हमें कोई पदक मिलता है, तो हम इसे अपने देश के सच्चे नायकों - डॉक्टरों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को समर्पित करना चाहेंगे, जिन्होंने इस कठिन समय में हमारे देश को ठीक करने के लिए अथक परिश्रम किया और लाखों लोगों की जान बचाई। धन्यवाद, जय हिंद।"

टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए 40 दिनों से भी कम समय शेष है, विश्व में चौथे नंबर की टीम अपना सर्वश्रेष्ठ देना जारी रखना पसंद करेगी। यही वजह है कि बेंगलुरु स्थित साई सेंटर में खिलाड़ी और टीम अपने प्रशिक्षण में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कप्तान मनप्रीत ने कहा कि मौजूदा चयन ट्रायल में उन्होंने जिस तरह का समर्पण दिखाया है, उस पर उन्हें अपनी टीम पर गर्व है। उनका कहना है, "ट्रायल्स के दौरान हम में से हर एक ने जिस तरह का समर्पण दिखाया है, उसे देखकर मुझे वास्तव में गर्व हो रहा है। ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना हर एथलीट के लिए बहुत बड़ा सम्मान और सपना होता है। हर कोई अपना बेस्ट देने के लिए एक-दूसरे पर जोर दे रहा है।"

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