Tokyo Olympics: बेल्जियम ने तीसरे और चौथे क्वार्टर में हमसे बेहतर खेला- कप्तान मनप्रीत सिंह
टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में हार झेलने के बाद भारत की पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने मंगलवार को कहा कि बेल्जियम की टीम ने मैच के तीसरे और चौथे क्वार्टर में भारतीय टीम से बेहतर खेली। बेल्जियम ने सेमीफाइनल में भारत को 5-2 से हराया।
टोक्यो, एएनआइ। टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में हार झेलने के बाद, भारत की पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने मंगलवार को कहा कि बेल्जियम की टीम ने मैच के तीसरे और चौथे क्वार्टर में भारतीय टीम से बेहतर खेली। बेल्जियम ने सेमीफाइनल में भारत को 5-2 से हराया और अब गुरुवार को गोल्ड मेडल के मुकाबले में उसका सामना ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
मैच के बाद मनप्रीत ने कहा, 'निश्चित रूप से यह मैच कठिन था, क्योंकि बेल्जियम सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है। हमें मौके मिले, लेकिन हम उसका फायदा नहीं उठा पाए। उन्होंने तीसरे और चौथे क्वार्टर में बेहतर प्रदर्शन किया। हमारी टीम का प्रयास अच्छा था। आप जब बड़ी टीमों के खिलाफ खेल रहे होते हैं, तो मौकों का फायदा उठाना महत्वपूर्ण होता है। बेल्जियम के पास अच्छा डीफेंस है।'
मनप्रीत ने आगे कहा, 'टीम अच्छा खेली, पता नहीं किस आधार पर मुझे ग्रीन कार्ड दिया गया। हमारे पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है। खाली हाथ रहने से बेहतर है कि हम कांस्य पदक अपने नाम करें। हमारी एक बैठक होगी और हम एक दूसरे का मनोबल बढ़ाएंगे। हम कांस्य पदक मैच के लिए अपनी पूरी क्षमता से तैयार होने की कोशिश करेंगे। हमारा ध्यान अगले मैच पर है।'
भारत गुरुवार को कांस्य पदक के मैच में दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच मैच में हारने वाली टीम से भिड़ेगा। एक समय बेल्जियम के खिलाफ भारतीय टीम काफी अच्छा खेलती दिख रही थी, लेकिन अंतिम क्वार्टर में उसने लय खो दिया और बेल्जियम ने इसका पूरा फायदा उठाया। आखिरी 15 मिनट में उसने तीन गोल किए और भारतीय टीम को 2-5 से हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि भारतीय पुरुष हाकी टीम क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर 1980 के बाद ओलिंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी।
भारत ने ओलिंपिक में आखिरी पदक 1980 मास्को ओलिंपिक में स्वर्ण के रूप में जीता था, लेकिन तब सिर्फ छह टीमों ने भाग लिया था। राउंड रोबिन आधार पर शीर्ष पर रहने वाली दो टीमों के बीच स्वर्ण पदक का मैच हुआ था। इस तरह से भारत 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा था। टीम के पास अभी पदक जीतने का मौका है।