भारत की हॉकी टीम ने किस-किस ओलिंपिक में जीता है कौन-कौन सा पदक, जानिए

Tokyo Olympics 2020 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीतकर ये साबित कर दिया है कि भले ही चार दशक से भारत हॉकी में ओलिंपिक में पदक नहीं जीत पाया हो लेकिन ओलिंपिक का असली बादशाह हॉकी में भारत ही है।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 10:24 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 10:24 AM (IST)
भारत की हॉकी टीम ने किस-किस ओलिंपिक में जीता है कौन-कौन सा पदक, जानिए
ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम का शानदार इतिहास है (फोटो एएफपी)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। ओलिंपिक के इतिहास की सबसे सफल पुरुष हॉकी टीम अगर कोई है तो वो भारत है। भले ही इस खेल में भारत पिछले चार दशक में एक भी पदक नहीं जीत पाया हो, लेकिन फिर भी भारत की बादशाहत कायम रही है। भारत ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में पदक जीतकर ये साबित कर दिया है कि पुरुषों की हॉकी के खेल का असली बादशाह भारत ही है, क्योंकि सबसे ज्यादा ओलिंपिक पदक जीतने का रिकॉर्ड भारत के नाम है।

गुरुवार की सुबह भारत के लिए खुशखबरी ये आई कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो में जारी ओलिंपिक खेलों में जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। इन खेलों में भारत का ये चौथा ही पदक है, लेकिन ओलिंपिक के खेलों के इतिहास की बात करें तो भारतीय हॉकी टीम का जलवा दशकों तक रहा है। बावजूद इसके कि भारत 1980 से अब तक एक भी पदक नहीं जीत पाया, लेकिन भारत अभी भी सबसे ज्यादा पदक हॉकी में जीतने वाला देश है।

अब बात करते हैं कि मेजर ध्यानचंद के हॉकी वाले देश भारत ने कब किस साल ओलिंपिक खेलों में कौन सा पदक जीता है। आपको ये भी जानकर खुशी होगी कि भारत ने ओलिंपिक में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल हॉकी के खेल में जीतने का विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। एक समय पर भारतीय हॉकी टीम का गोल्डन इरा था, जब देश इस खेल में धड़ाधड़ गोल्ड पर गोल्ड मेडल जीतता आ रहा था, लेकिन 1980 के बाद से भारतीय हॉकी टीम की किस्मत पलट गई।

भारत ने हॉकी के खेल में सबसे पहले 1928 के ओलिंपिक खेलों में भाग लिया था। अखंड भारत के समय देश ने नीदरलैंड्स में हुए ओलिंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। अखंड भारत ने तीन बार ओलिंपिक खेलों में गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाई। 1928 के बाद अमेरिका में 1932 में और 1936 में जर्मनी में हुए ओलिंक खेलों में भारत ने स्वर्ण पदक जीता था। 1940 और 1944 में होने वाले ओलिंपक खेलों को द्वितीय विश्व युद्ध के कारण रद करना पड़ा था।

उधर, भारत 1947 में आजाद हो चुका था और अब भारत अखंड भारत नहीं था। ऐसे में पहली बार देश ने 1948 के ओलिंपिक खेलों में भाग लिया और फिर से दिखा दिया कि ओलिंपिक के हॉकी के खेल की बादशाह टीम भारत ही है। भारत ने इंग्लैंड में हुए 1948 के ओलिंपिक, 1952 में फिनलैंड ओलिंपिक और फिर 1957 में ऑस्ट्रेलिया में हुए ओलिंपिक खेलों में भी गोल्ड मेडल जीतकर भारत ने फिर से हैट्रिक लगाई। भारत अब तक लगातार 6 गोल्ड मेडल जीत चुका था।

वहीं, 1960 में इटली में हुए ओलिंपिक खेलों में भारत को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था और देश को पहली बार हॉकी के खेल में रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। हालांकि, जापान में हुए 1964 के ओलिंपिक खेलों में देश ने हॉकी के खेल में फिर से गोल्ड मेडल हासिल किया, लेकिन 1968 में मैक्सिको और 1972 में जर्मनी में हुए ओलिंपिक खेलों में भारत को कांस्य पदक जीतने में सफलता मिली थी। वहीं, 1976 में कनाडा में हुए ओलिंपिक खेलों में भारत सातवें स्थान पर रहा था।

हालांकि, 7 बार ओलिंपिक गोल्ड जीतने वाली टीम ने 1980 में सोवियत संघ में हुए ओलिंपक खेलों में दमदार वापसी की और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 1980 तक भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 8 गोल्ड मेडल, एक सिल्वर मेडल और दो ब्रॉन्ज मेडल जीत लिए थे, लेकिन इसके बाद भारतीय हॉकी टीम का ओलिंपिक के खेल में सबसे बुरा दौर आया, जिसमें भारत 2016 तक पदक तो छोड़िए सेमीफाइनल तक का सफर तय नहीं कर पाया। एक बार तो टीम क्वालीफाई भी नहीं कर पाई।

हालांकि, अब मनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 2020 के ओलिंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतकर ये साबित कर दिया है कि जो काम उनके पूर्वजों ने किया था, वो काम आज की युवा पीढ़ी भी दोहरा सकती है। भारत सेमीफाइनल में बेल्जियम से हार गया था और टीम का गोल्ड या सिल्वर मेडल जीतने का सपना टूट गया था, लेकिन जर्मनी को कांस्य पदक के मुकाबले में हराकर भारत ने तीसरा स्थान हासिल किया और कांस्य पदक अपने नाम किया। 

ओलिंपिक खेलों के इतिहास में भारतीय हॉकी टीम का प्रदर्शन

1928 Olympics - गोल्ड मेडल

1932 Olympics - गोल्ड मेडल

1936 Olympics - गोल्ड मेडल

1948 Olympics - गोल्ड मेडल

1952 Olympics - गोल्ड मेडल

1956 Olympics - गोल्ड मेडल

1960 Olympics - सिल्वर मेडल

1964 Olympics - गोल्ड मेडल

1968 Olympics - ब्रॉन्ज मेडल

1972 Olympics - ब्रॉन्ज मेडल

1976 Olympics - सातवां स्थान

1980 Olympics - गोल्ड मेडल

1984 Olympics - पांचवां स्थान

1988 Olympics - छठवां स्थान

1992 Olympics - सातवां स्थान

1996 Olympics - आठवां स्थान

2000 Olympics - सातवां स्थान

2004 Olympics - सातवां स्थान

2008 Olympics - क्वालीफाई नहीं

2012 Olympics - बारहवां स्थान

2016 Olympics - आठवां स्थान

2020 Olympics - ब्रॉन्ज मेडल

chat bot
आपका साथी