टोक्यो ओलिंपिक में अच्छे प्रदर्शन के बाद भारतीय पुरुष और महिला हाकी टीमों ने हासिल की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग

भारतीय पुरुष और महिला हाकी टीमों ने टोक्यो ओलिंपिक में ऐतिहासिक अभियान के बूते विश्व रैंकिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया। पुरुष टीम तीसरे और महिला टीम आठवें स्थान पर पहुंच गई।भारतीय पुरुष टीम ने ओलिंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतकर 41 साल के पदक सूखे को समाप्त किया।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 09:02 PM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 09:02 PM (IST)
टोक्यो ओलिंपिक में अच्छे प्रदर्शन के बाद भारतीय पुरुष और महिला हाकी टीमों ने हासिल की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता (एपी फोटो)

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय पुरुष और महिला हाकी टीमों ने टोक्यो ओलिंपिक में ऐतिहासिक अभियान के बूते विश्व रैंकिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया। पुरुष टीम तीसरे और महिला टीम आठवें स्थान पर पहुंच गई।भारतीय पुरुष टीम ने ओलिंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतकर 41 साल के पदक सूखे को समाप्त किया था। वह स्वर्ण पदक विजेता बेल्जियम और रजत पदक हासिल करने वाली आस्ट्रेलिया से पीछे है।

पुरुष टीम ने जहां कांस्य पदक हासिल किया तो वहीं महिला टीम पदक से चूक गई जिसे तीसरे स्थान के प्ले-आफ में ब्रिटेन से हार का सामना करना पड़ा और वह चौथे स्थान पर रही। पुरुष टीम एफआइएच हाकी प्रो लीग के दूसरे चरण के पहले तीन राउंड में शानदार प्रदर्शन के बूते पिछले साल मार्च में चौथे स्थान पर थी।

वहीं, महिला टीम की इससे पहले सर्वश्रेष्ठ विश्व रैंकिंग नौंवा स्थान थी जब उसने 2018 में लंदन में विश्व कप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। इससे टीम शीर्ष रैंकिंग की एशियाई टीम बनी थी और उसने जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था।

कांस्य चुकने का गम अभी खत्म नहीं हुआ : रानी

टोक्यो, प्रेट्र। भारतीय महिला हाकी टीम ने ओलिंपिक खेलों में चौथे स्थान के साथ भले ही देशवासियों का दिल जीत लिया हो, लेकिन कप्तान रानी रामपाल ने कहा कि कांस्य पदक के प्ले आफ मुकाबले को हारने का उनका गम अब भी कम नहीं हुआ है। रियो ओलिंपिक (2016) में आखिरी स्थान पर रही भारतीय टीम ने टोक्यो खेलों में शानदार जज्बा दिखाया और शुक्रवार को ब्रिटेन के खिलाफ करीबी मुकाबले में 3-4 से हार कर चौथे स्थान पर रही।

रानी ने कहा, 'रियो खेलों में हम 12वें स्थान पर रहे। हमें पता था कि हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे क्योंकि वह हमारा पहला ओलंपिक था और हमारे पास कोई अनुभव नहीं था। हम टोक्यो में इस विश्वास के साथ पहुंचे थे कि हम कुछ करेंगे। सेमीफाइनल में पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि है और इसे दुनिया की सभी महिला टीमों ने सराहा है। उन्होंने हमसे कहा कि टूर्नामेंट में आपने जो हासिल किया है, वह भारतीय इतिहास में कभी नहीं हुआ और आपका भविष्य उज्ज्वल है।'

उन्होने कहा, 'हमें शायद अभी अपनी उपलब्धि का अंदाजा नहीं है, लेकिन कुछ समय के बाद होगा। जब हम अपने पहले तीन मैच हारे थे तो बहुत से लोगों को लगा कि हम टूर्नामेंट में आगे नहीं बढ़ेगे, लेकिन हमें पता था कि हमने नीदरलैंड्स और जर्मनी के खिलाफ अच्छा खेला था। हम उन मैचों को जीते नहीं थे, लेकिन हमें उम्मीद थी कि हम बचे हुए दो मैचों को जीतकर क्वार्टर फाइनल तक पहुंच जाएंगे।'

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