चिंतपूर्णी में दुर्गा अष्टमी पर विशेष पूजा, माता को लगाए छप्पन प्रकार के भोग

प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में बुधवार को नवरात्र के दौरान दुर्गा अष्टमी पर विशेष पूजा हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 07:37 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 07:37 PM (IST)
चिंतपूर्णी में दुर्गा अष्टमी पर विशेष पूजा,
माता को लगाए छप्पन प्रकार के भोग
चिंतपूर्णी में दुर्गा अष्टमी पर विशेष पूजा, माता को लगाए छप्पन प्रकार के भोग

संवाद सूत्र, चिंतपूर्णी : प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में बुधवार को नवरात्र के दौरान दुर्गा अष्टमी धूमधाम से मनाई गई। माता रानी की विशेष पूजा अर्चना की गई। पुजारियों ने पूजा अर्चना सुबह नौ बजे शुरू की जो दोपहर एक बजे तक चली। माता रानी को छप्पन प्रकार के भोग लगाए गए।

शारदीय नवरात्र में दुर्मा अष्टमी के दिन सुबह व शाम माता के स्नान, श्रृंगार, आरती व कन्या पूजन के साथ दिन में भी ये सभी क्रियाएं विशेष तौर पर की जाती हैं। अष्टमी पूजन पर नारियल की बलि भी दी गई। मंदिर में अष्टमी पूजन पर श्रद्धालुओं को चलते-चलते ही दर्शन हुए। कतारों में ही श्रद्धालुओं द्वारा अष्टमी पूजन देखा गया। वहीं, कई स्थानीय लोग भी अष्टमी के अवसर पर माता के दर्शन करने के लिए मंदिर पहुंचे। ज्यादा भीड़ न होने के कारण श्रद्धालुओं को भी माता के दर्शन के लिए ज्यादा समय नहीं लगा। श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची प्राप्त करके ही माता के दर्शन हुए। प्रशासन द्वारा भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए थे। बुधवार को माता के दर्शन के लिए दोपहर बाद चार बजे तक 5248 श्रद्धालुओं ने दर्शन पर्ची प्राप्त की थी। सातवें नवरात्र की बुधवार को हुई गणना में 7,05,955 रुपये चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए। वहीं, 20 ग्राम सोना और 623 ग्राम चांदी प्राप्त हुई। माता चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारी संदीप कालिया ने बताया कि बुधवार को दुर्गा अष्टमी के अवसर पर माता की विशेष पूजा अर्चना की गई। इस दौरान माता चितपूर्णी से कोरोना महामारी के नाश के लिए प्रार्थना की गई।

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