कैप्चा की शर्त हटने से स्लाट बुकिंग हुई आसान
कोविड वैक्सीनेशन के लिए स्लाट बुकिग पोर्टल से कैप्चा डालने की शर्त हटने से लोगों को काफी राहत मिली है।
संवाद सहयोगी, अम्ब : कोविड वैक्सीनेशन के लिए स्लाट बुकिग पोर्टल से कैप्चा डालने की शर्त हटने से लोगों को काफी राहत मिली है। अब स्लाट बुक करना आसान हो गया है। शनिवार को जून में शुरू होने वाले टीकाकरण के दूसरे चरण के पहले फेज के लिए स्लाट बुकिग के लिए पोर्टल खोला गया। पोर्टल पर कैप्चा डालने की शर्त नहीं थी। इसके हटने से ज्यादातर प्रयास करने वालों को स्लाट बुक करने में सफलता मिल गई।
इससे पूर्व मई में वैक्सीन के लिए पंजीकरण करवाने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इस चरण के चारों फेज में स्लाट बुकिग करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा था। हालत ऐसी थी कि लोग जब भी स्लाट बुक करने के लिए पोर्टल खोलते थे, सब के सब वैक्सीनेशन सेंटर बुक नजर आते थे। हालांकि इसका मुख्य कारण पोर्टल को नेशनल लेवल पर खोला जाना था जिसमें बहुत से लोग एक्सपेरिमेंट के तौर पर ही पोर्टल पर हाथ आजमाते रहते थे। लोगों में पोर्टल की कमियों को लेकर काफी रोष था और लोग इसके सुधार के लिए आवाज उठाने लगे थे। हालांकि सरकार ने लोगों की मांगों के अनुसार पोर्टल में बदलाव नहीं किए हैं। मगर शनिवार को ज्यादातर लोगों को स्लाट बुक होने से राहत मिली है।
पोर्टल की बाकी खामियों को भी किया जाए दूर
अम्ब के राजीव शर्मा ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब पोर्टल खुलने पर किसी सेंटर के लिए 100 सीट अवेलेबल देखने को मिली हैं। पिछले माह के सभी चरणों में तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें स्लाट बुक करने में सफलता नहीं मिली थी। सरकार को चाहिए कि पोर्टल की बाकी कमियों को भी दूर किया जाए। पोर्टल में वेटिग की सुविधा को उपलब्ध कराया जाए।
सेंटर बदलने की सुविधा दी जाए
भंजाल की कोमल ने कहा कि सरकार को स्लाट बुक हो जाने के बाद लोगों को जिले के भीतर म्यूच्यूअल तौर पर वैक्सीनेशन सेंटर तब्दील करने की सुविधा दी जानी चाहिए ताकि अगर कोई व्यक्ति अपनी पहुंच से दूर वैक्सीनेशन सेंटर बुक कर लेता है तो वह किसी जानकार के साथ अगर अपना वैक्सीनेशन सेंटर बदलना चाहे तो उसको बदलकर वैक्सीन लगवा सके।