आशीष शर्मा को जिलाध्यक्ष पद से हटाए जाने का विरोध

छात्र संघ एनएसयूआइ की अम्ब इकाई के कार्यकर्ता आशीष शर्मा को जिलाध्यक्ष पद से हटाकर किसी और को इस पद पर नियुक्ति किए जाने पर संगठन से जुड़े विद्यार्थी बिफर पड़े हैं। सोमवार को एनएसयूआइ के सदस्यों ने इसे तानाशाही भरा निर्णय बताते हुए एनएसयूआइ के प्रदेश प्रभारी गौरव तुषीर का अम्ब कालेज के सामने पुतला जलाकर जोरदार नारेबाजी की तथा प्रदेश नेतृत्व से इस निर्णय को निरस्त करने की मांग उठाई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 04:18 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 04:47 PM (IST)
आशीष शर्मा को जिलाध्यक्ष पद से हटाए जाने का विरोध
आशीष शर्मा को जिलाध्यक्ष पद से हटाए जाने का विरोध

संवाद सहयोगी, अम्ब : छात्र संघ एनएसयूआइ की अम्ब इकाई के कार्यकर्ता आशीष शर्मा को जिलाध्यक्ष पद से हटाकर किसी और को इस पद पर नियुक्ति किए जाने पर संगठन से जुड़े विद्यार्थी बिफर पड़े हैं। सोमवार को एनएसयूआइ के सदस्यों ने इसे तानाशाही भरा निर्णय बताते हुए एनएसयूआइ के प्रदेश प्रभारी गौरव तुषीर का अम्ब कालेज के सामने पुतला जलाकर जोरदार नारेबाजी की तथा प्रदेश नेतृत्व से इस निर्णय को निरस्त करने की मांग उठाई।

एनएसयूआइ के कैंपस अध्यक्ष सौरव ने कहा कि आशीष शर्मा जिलाध्यक्ष पद पर रहते हुए पिछले एक वर्ष से छात्र हितों की आवाज बुलंद कर रहे हैं और छात्रों को न्याय दिलवाने के लिए वह शासन और प्रशासन से टकराने से भी पीछे नहीं हटे हैं। लेकिन प्रदेश प्रभारी ने जिस तरह से प्रदेश नेतृत्व ने आशीष शर्मा को इस पद से हटाकर अपने चहेते को नियुक्त किया है, वह सरासर गलत है। अम्ब, दौलतपुर चितपूर्णी व चौकीमन्यार सहित एनएसयूआइ की जिला की अन्य कैंपस इकाइयों के सदस्य भी प्रदेश प्रभारी के इस निर्णय से खफा हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से मांग उठाई कि अगर इस निर्णय को वापस नहीं लिया गया तो सभी कार्यकर्ता आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और तेज करेंगे।

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आशीष शर्मा का भी छलका दर्द

उधर, इस निर्णय को लेकर आशीष शर्मा का भी दर्द झलका है। उन्होंने कहा कि उनके संगठन में किसी को भी पद पर नियुक्त करने व हटाने का एक प्रोटोकाल होता है जिसे सभी को पूरा करना पड़ता है। लेकिन उनको हटाने से पहले प्रदेश प्रभारी ने प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश इकाई या जिला और कैंपस इकाईयों और उन्हें सूचित किए बिना उन्हें इस पद से हटाकर किसी और जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया। यह निर्णय उनकी भी समझ से परे है।

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