कोरोना काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना बनी वरदान

जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत में मई में 681.96 मीट्रिक टन गेहूं व 454.911 मीट्रिक टन चावल का वितरण किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:45 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 06:45 PM (IST)
कोरोना काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना बनी वरदान
कोरोना काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना बनी वरदान

जागरण संवाददाता, ऊना : जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत में मई में 681.96 मीट्रिक टन गेहूं व 454.911 मीट्रिक टन चावल का वितरण किया गया है। जून के पहले पखवाड़े में 202.653 मीट्रिक टन गेहूं तथा 135.014 चावल निश्शुल्क पात्र व्यक्तियों को दिया गया है। इस योजना के पहले दो चरण में पात्र व्यक्तियों को गेहूं या चावल के साथ काला चना भी दिया गया था। पहले चरण में लाभार्थियों को 3496.309 मीट्रिक टन फ्री चावल व 164.14 मीट्रिक टन निश्शुल्क काला चना प्रदान किया गया जबकि दूसरे चरण में 3164.1585 मीट्रिक टन गेहूं, 2000.7899 मीट्रिक टन चावल तथा 233.481 मीट्रिक टन काले चने की दाल दी गई है।

अरनियाला निवासी सोना देवी के पति की करीब डेढ़ वर्ष पूर्व मौत हुई और अब सास के साथ-साथ तीन बच्चों की जिम्मेदारी उन पर है। पहले तो दिहाड़ी-मजदूरी करके किसी प्रकार परिवार का भरण-पोषण चल जाता था, लेकिन जब कोरोना क‌र्फ्यू लगा तो काम मिलना मुश्किल हो गया। ऐसे में परिवार के लिए केंद्र सरकार की योजना वरदान बनी। नजदीकी डिपो पर जाकर राशन कार्ड दिखाकर पांच किलो गेहूं निश्शुल्क प्राप्त किया। यह मुफ्त पांच किलो अनाज, राशन कार्ड पर मिलने वाले अनाज के मौजूदा कोटे के अतिरिक्त है।

सोना देवी ने कोरोना संकट के बीच इस मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद किया है। अरनियाला निवासी सुमन और राम गोपाल ने भी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के लिए सरकार का धन्यवाद किया है। कोरोना संकट में इस योजना के जरिए देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को फ्री अनाज दिया जा रहा है। दीवाली तक इस योजना को बढ़ाया गया है। कोविड संकट में कोई भूखा न सोए : सत्ती

छठे वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि कोरोना के कारण गरीब परिवार बेहाल हैं। इन परिवारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब कल्याण योजना के तहत फ्री राशन प्रदान कर रहे हैं और अच्छी बात यह है कि दीवाली तक गरीबों को निश्शुल्क अनाज दिया जा रहा है। गरीब परिवारो को इससे लाभ मिलेगा। सरकार का प्रयास है कि किसी भी गरीब को कोविड संकट में भूखा न सोना पड़े। नवंबर तक 80 करोड़ से ज्यादा देशवासियों को हर महीने तय मात्रा में मुफ्त अनाज उपलब्ध होगा।

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