नशा मुक्ति केंद्रों की व्यवस्था में कई खामियां
संवाद सहयोगी गगरेट जिला ऊना में स्थित नशा मुक्ति केंद्रों की प्रशासन ने फिर से जांच शुरू
संवाद सहयोगी, गगरेट : जिला ऊना में स्थित नशा मुक्ति केंद्रों की प्रशासन ने फिर से जांच शुरू कर दी है। उपमंडल गगरेट में स्थित तीन नशा मुक्ति केंद्रों का एसडीएम गगरेट विनय मोदी, डीएसपी अम्ब सृष्टि पांडे और बीएमओ गगरेट संजीव वर्मा की बनाई कमेटी ने मंगलवार को दौरा किया। पुनर्वास केंद्रों के नाम बदलकर नशा मुक्ति केंद्र रखकर चलाए जा रहे रहे इन केंद्र संचालकों में कमेटी के निरीक्षण के बाद से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि उक्त अधिकारियों ने तीनों केंद्रों में भारी अनियमितताएं पाई हैं।
बड़ा सवालिया निशान तो इन केंद्रों के नाम पर है, क्योंकि नशा मुक्ति केंद्र इन तीनों में से एक भी नही है। पुनर्वास केंद्र का नाम नशा मुक्ति केंद्र पर रखकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। इन केंद्रों की जितनी क्षमता है उससे कहीं अधिक लोग इनमें रखे गए हैं। यही नहीं लोगों के रहने-सहने के नियम भी यह केंद्र पूरे नहीं कर रहे है। कमेटी ने केंद्रों की जांच कर रिपोर्ट सीएमओ ऊना को देनी है, जो बाद में मेंटल हेल्थ केयर अथॉरिटी को जाएगी। अब इन केंद्रों की सबद्धता पर खतरा मंडरा सकता है। इसकी वजह यह है कि इनकी 2019 में भी जांच की गई थी तब इन्हें अस्थाई सबद्धता दी गई थी। प्रशासन ने इन केंद्रों को कमियां दूर करने के निर्देश जारी किए थे। उसके बाद कोविड की वजह से लाकडाउन लग गया और इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया जा सका था। इन केंद्रों को स्वास्थ्य विभाग भी नहीं जांच सका था, क्योंकि कोरोना महामारी की वजह से अधिकारी भी व्यस्त रहे। अब इन केंद्रों की जांच दोबारा शुरू हुई है तो फिर से विभागीय लगाम कसनी शुरू हो गई है। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही इन केंद्रों को नोटिस जारी हो सकता है। --------------
बीएमओ गगरेट, डीएसपी अम्ब और मैंने खुद जाकर उक्त केंद्रों की जांच की है। इस दौरान कमेटी ने इनमें काफी अनियमितताएं पाई हैं। इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर सीएमओ को भेजी जाएगी।
विनय मोदी, एसडीएम गगरेट