कोरोना काल में ऊना जिला में हुई अनियमितताओं की जांच करे सरकार
कोरोना काल के दौरान ऊना प्रशासन द्वारा जो अनियमिताएं बरती गई हैं उनकी सरकार को जांच करवानी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। यह बात वीरवार को प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विजय डोगरा ने ऊना विश्राम गृह में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही।
संवाद सहयोगी, ऊना : कोरोना काल के दौरान ऊना प्रशासन द्वारा जो अनियमिताएं बरती गई हैं, उनकी सरकार को जांच करवानी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। यह बात वीरवार को प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विजय डोगरा ने ऊना विश्राम गृह में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश की जनता ने अपनी बचत से एक-एक रुपया एकत्रित करके कोरोना काल में प्रशासन को दान में दिया है। उसी दान का श्वेतपत्र जारी किया जाना चाहिए। जिस ढंग से ऊना प्रशासन ने निजी गाड़ियां किराये पर अधिकृत करके करोड़ों रुपये की चपत सरकार को लगाई है, उस पर कार्रवाई होनी जरूरी है। कांग्रेस हमेशा आम जनमानस से जुड़े मुद्दों व इस तरह के घोटालों को लेकर सरकार को आगाह करती रही, लेकिन सरकार ने घोटालों पर कोई संज्ञान नहीं लिया। प्रदेश की जनता भी जानना चाहती है कि क्यों सरकार कोरोना महामारी के दौरान न तो महंगाई पर लगाम लगा सकी और न इस तरह की फिजूलखर्ची को रोक सकी। सरकार को इसका खमियाजा प्रदेश में हुए चार उपचुनाव में भुगतना पड़ा है। अब पुलिस के जवान अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं तो उनके स्वजन पर केस दर्ज करके उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। कांग्रेस इसका विरोध करती है। सरकार इनकी मांगों पर जल्द सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा करके फैसला ले। कांग्रेस को कोसने से इस तरह की समस्याओं का समाधान नहीं निकाला जा सकता।
डोगरा ने देश के पहले सीडीएस विपन रावत, उनकी पत्नी सहित अन्य 11 सैन्य अधिकारियों की मौत पर शोक जताया है।