जीमेल व एप का पासवर्ड किसी को न बताएं

राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में सोमवार को राजनीतिक विज्ञान विभाग की ओर से साइबर अपराध व इसके बचाव पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 05:29 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 05:29 PM (IST)
जीमेल व एप का पासवर्ड किसी को न बताएं
जीमेल व एप का पासवर्ड किसी को न बताएं

संवाद सहयोगी, बंगाणा : राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में सोमवार को राजनीतिक विज्ञान विभाग की ओर से साइबर अपराध व इसके बचाव पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता राजनीतिक विज्ञान के प्रो. सिकंदर नेगी कहा कि आज इंटरनेट समय की बचत का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है क्योंकि किसी भी कार्य को करने के लिए लगने वाला समय आधे से भी कम रह गया है।

उन्होंने कहा कि इंटरनेट ने हमारी जिदगी को अनुशासन, सलीका और सुनिश्चितता प्रदान की है, लेकिन इसके साथ-साथ इंटरनेट पर आज अपराध का एक समृद्ध संसार फल-फूल रहा है। इस आपराधिक संसार के ट्रोलिग, सूचना एवं पहचान की चोरी, यौन अपराध, पोर्नोग्राफी, वायरस अटैक आदि मुख्य अवयव हैं। साइबर युद्ध के माध्यम से एक देश दूसरे देश के कंप्यूटर नेटवर्क को नष्ट कर देता है अथवा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जानकारियों को हासिल करके राष्ट्र की संप्रभुता को चुनौती देता है। अमेरिका तथा इजरायल ने जहां वर्ष 2009 में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ साइबर तकनीक का इस्तेमाल किया था तो वहीं 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी सरकार द्वारा हैकिग की बात सामने आई थी। हैकिग का वह बहुचर्चित मामला संपूर्ण विश्व के लिए एक चेतावनी का विषय बनकर उभरा था। वैसे इस समस्या पर अंकुश लगा पाना किसी एक देश के बस की बात नहीं है। यह एक वैश्विक समस्या है और इसका समाधान भी वैश्विक स्तर पर ही तलाशा जा सकता है।

प्रो. सिकंदर नेगी ने साइबर अपराध से बचने के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि अपनी जीमेल व अन्य किसी एप का पासवर्ड कहीं पर न लिखें और न ही किसी से शेयर करें। आइडी व पासवर्ड हमेशा याद रखें। समय-समय पर अपनी आइडी का पासवर्ड बदलते रहें। अनजान मैसेज लिक या मोबाइल पर आए नोटिफिकेशन पर बिना जानकारी के क्लिक न करें बल्कि उसे रिमूव कर दें। इस अवसर पर राजनीतिक विज्ञान सोसायटी के उपाध्यक्ष नेहचल कौर व महासचिव जीवन भी मौजूद रहे।

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