शारीरिक दूरी का नियम आइएसबीटी में हवा
दो गज शारीरिक दूरी एवं मास्क कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे जरूरी है लेकिन अभी भी कई लोग इन नियमों के प्रति सतर्क नजर नहीं आ रहे हैं।
संवाद सहयोगी, ऊना : दो गज शारीरिक दूरी एवं मास्क कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे जरूरी है, लेकिन अभी भी कई लोग इन नियमों के प्रति सतर्क नजर नहीं आ रहे हैं। कहीं लोग मास्क को नाक एवं मुहं से नीचे कर भीड़ के बीच इधर-उधर घूमते नजर आ रहे हैं तो कहीं दो गज की दूरी को दरकिनार कर ग्रुप में खड़े होकर बातें कर रहे हैं।
ऐसे हालात इन दिनों आइएसबीटी ऊना में लगातार दिख रहे हैं। यहां विभिन्न राज्यों से आने वाली बसों सहित उनमें आने वाले यात्रियों का रुकना होता है। इनमें से कौन सा यात्री संक्रमित हो सकता है, इसका किसी को पता नहीं। यहां बस का इंतजार कर रहे यात्रियों से लेकर बसों में आने वाले यात्री शारीरिक दूरी के नियम पालन नहीं कर रहे हैं जोकि सीधे तौर पर कोरोना संक्रमण निमंत्रण देने जैसा है। हालांकि आइएसबीटी में लगातार प्रबंधन एवं परिचालकों द्वारा यात्रियों को बस में बिना मास्क प्रवेश नहीं दिया जा रहा। कोविड नियमों का पालन करने के लिए भी लगातार प्रेरित किया जा रहा है। फिर भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं।
----
बिना मास्क पर पुलिस द्वारा लोगों से एक हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है। कोविड नियमों की अवहेलना करने पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। लोगों को भी इस महामारी की रोकथाम के लिए सरकार व प्रशासन को सहयोग करना होगा।
-रमाकांत ठाकुर, डीएसपी ऊना।
---
अगर हमें कोरोना महामारी से स्वयं व स्वजनों को बचाना है तो कोविड नियमों का पालन हर हाल में करना होगी। वैक्सीन आने तक मास्क एवं शारीरिक दूरी को दवा समझें और इसका पालन करें।
-डाक्टर रमन कुमार शर्मा, सीएमओ ऊना।
-----
ऊना से चली बसें
संवाद सहयोगी, ऊना : बीते वीरवार को किसानों की हड़ताल के चलते पंजाब सहित अन्य राज्यों के बंद किए गए एचआरटीसी ऊना डिपो के रूट शुक्रवार को निर्धारित समय पर दौड़े। हालांकि दिल्ली व देहरादून की तरफ जाने वाली लंबी दूरी की बसों को चंडीगढ़ तक ही चलाया गया। आरएम दर्शन सिंह ने बताया कि जब तक किसानों के आंदोलन को लेकर चंडीगढ़ से आगे हरियाणा एवं दिल्ली में परिस्थितियां सामान्य नहीं हो जातीं तब तक लंबी दूरी के इन रूटों को चंडीगढ़ तक ही दौड़ाया जाएगा। शुक्रवार को ऊना डिपो के लगभग 39 रूटों पर बसों को रवाना किया गया, जिससे सवारियों को लाभ मिला है।