20 दिन में करवाए 197 लोगों के मोतियाबिद के आपरेशन
जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिद मुक्त करवाने के लिए जहां कैप्टन संजय लगातार मेडिकल कैंप का आयोजन कर रहे हैं वहीं इन स्वास्थ्य कैंच में चिकित्सकों द्वारा सुझाए गए मोतियाबिद के मरीजों का आपरेशन भी कैंप लगने के 24 घंटे के भीतर करवाया जा रहा है। पिछले 20 दिन के भीतर ही उन्होंने 196 मरीजों के मोतियाबिद के सफल आपरेशन करवाए हैं।
संवाद सहयोगी, चितपूर्णी : जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिद मुक्त करवाने के लिए जहां कैप्टन संजय लगातार मेडिकल कैंप का आयोजन कर रहे हैं, वहीं इन स्वास्थ्य कैंच में चिकित्सकों द्वारा सुझाए गए मोतियाबिद के मरीजों का आपरेशन भी कैंप लगने के 24 घंटे के भीतर करवाया जा रहा है। पिछले 20 दिन के भीतर ही उन्होंने 196 मरीजों के मोतियाबिद के सफल आपरेशन करवाए हैं। ये मरीज मूंही के बलेहड़ा, रक्कड़ और नंगल चौक के कैंपों में आए थे। इनका उपचार जालंधर के निजी अस्पताल में करवाया गया है। बुधवार रात को संजय इन मरीजों के आपरेशन के वक्त जालंधर स्थित अस्पताल के परिसर में ही रहे।
संजय पराशर ने पहला कैंप स्वाणा के खतेड़ा में इसलिए लगाया था कि क्योंकि गांव के बुजुर्ग अक्सर उनसे आंखों से कम देखने की परेशानी का जिक्र करते थे। कैंप के बाद पराशर ने पाया कि उनके गांव के ही नहीं आसपास के क्षेत्रों के बुजुर्ग भी मोतियाबिद की बीमारी से ग्रसित थे। उसके बाद संजय ने निर्णय लिया कि बुजुर्गों को इस बीमारी से निजात दिलाने के लिए वह नियमित अंतराल के बाद ऐसे शिविर गांवों में लगाएंगे। अब तक पराशर 16 कैंप लगा चुके हैं और इस वर्ष का आखिरी कैंप स्वास्थ्य शिविर घमरूर पंचायत के बरनाली गांव में 14 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है। अब तक कुल 624 मरीजों के आपरेशन पराशर के सौजन्य से करवाए जा चुके हैं।
वीरवार को आपरेशन करवा कर पहुंचे मूंही के संजय कुमार, सत्या देवी व मीना देवी, चामुक्खा की कमला देवी, सुकराला परागपुर से पोलो राम और रक्कड़ के प्रकाश चंद ने बताया कि संजय पराशर ने न सिर्फ उनका आपरेशन करवाने के लिए पूरी निश्शुल्क व्यवस्था करवाई, बल्कि वह आपरेशन के वक्त अस्पताल में मौजूद रहे। उन्होंने सभी के साथ बैठकर खाना खाया।