धारा 144 के बीच आरक्षण के खिलाफ पद यात्रा का स्वागत
एससी-एसटी एक्ट और आरक्षण के खिलाफ शव यात्रा का हरिद्वार से लौटने पर मैहतपुर में भ्स्वागत किया गया
जागरण टीम, मैहतपुर/ऊना : एससी-एसटी एक्ट और आरक्षण के खिलाफ शव यात्रा का हरिद्वार में अंतिम संस्कार करने के बाद गंगाजल लेकर लौटे पदाधिकारियों का प्रदेश के प्रवेशद्वार मैहतपुर में जोरदार स्वागत किया गया। पद यात्रा पर पुष्प वर्षा कर पटाखे भी फोड़े गए। सवर्ण समाज अधिकार मंच ने सवर्ण आयोग के गठन की आवाज बुलंद की। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा।
इससे पहले अनुसूचित जाति समाज के संगठनों की ओर से पद यात्रा का विरोध जताते की बात करने पर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर जिले में धारा 144 लागू कर दी थी। मैहतपुर पहुंची पदयात्रा के स्वागत के दौरान आरक्षण के विरोध में सवर्ण समाज ने नारेबाजी की। मंच ने हरिद्वार से लाए गंगा जल से आरक्षण के विरोध में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं का शुद्धिकरण करने का दावा किया।
मैहतपुर पहुंचे प्रदेश सवर्ण समाज अधिकार मंच के पदाधिकारी रूमित ठाकुर ने बताया कि जातिगत आरक्षण का विरोध किया जा रहा है। मंच ने आरक्षण विरोध के मद्देनजर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर एससी-एसटी एक्ट की पहले शव यात्रा निकाली और उसके बाद शव यात्रा का हरिद्वार में विसर्जन किया। वहां से करीब 800 किलोमीटर की पद यात्रा 25 दिन में पूरी की होगी, जिसका समापन धर्मशाला में होगा।
हरिद्वार से गंगा जल लाते समय प्रदेश के सामान्य वर्ग संयुक्त मंच, प्रदेश शिव सेना, परशुराम युवा वाहिनी, ब्राह्मण सभा, देव भूमि क्षत्रिय सभा ने रैली निकाली। इस दौरान सरकार से सवर्ण आयोग के गठन की मांग की गई।
प्रदेश सामान्य वर्ग संयुक्त मंच के अध्यक्ष ठाकुर भूपेंद्र सिंह और अनिल ठाकुर ने कहा कि सामान्य वर्ग अपने अधिकार के लिए संघर्ष कर रहा है। इसमें किसी को छीटांकशी नहीं करनी चाहिए। शिव सेना प्रदेश अध्यक्ष एसडी वशिष्ठ ने कहा कि देश में आरक्षण हटाया जाना चाहिए। सवर्ण आयोग की मांग उनका अधिकार है। यदि सरकार सामान्य वर्ग की मांग नहीं मानती है तो संघर्ष और तेज किया जाएगा। परशुराम युवा वाहिनी के अध्यक्ष मोहित कुमार ने कहा कि वह आरक्षण का विरोध करते हैं और एससी-एसटी एक्ट समाप्त करना चाहिए। वहीं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा जिला ऊना के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा कि सामान्य वर्ग को भी आरक्षण मिलना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है तो वह सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करते रहेंगे।