बीबीएन में 1.10 लाख पौधे लाएंगे हरियाली

संवाद सूत्र नालागढ़ औद्योगिक हब बद्दी बरोटीवाला व नालागढ़ (बीबीएन) में बढ़ रहे प्रदूषण को

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 08:31 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 08:31 PM (IST)
बीबीएन में 1.10 लाख पौधे लाएंगे हरियाली
बीबीएन में 1.10 लाख पौधे लाएंगे हरियाली

संवाद सूत्र, नालागढ़ : औद्योगिक हब बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ (बीबीएन) में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए वन विभाग इस बार बरसात में 1,10,100 विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपेगा। पर्यावरण संरक्षण और क्षेत्र को प्रदूषणमुक्त एवं वातावरण को शुद्ध बनाने के दृष्टिगत वन विभाग इस पर काम कर रहा है। वन मंडल नालागढ़ 177 हेक्टेयर भूमि पर विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपेगा, वहीं इस पौधारोपण अभियान में पुराने पौधरोपित क्षेत्र पर 60 हजार पौधे रोपे जाएंगे। वन विभाग खैर, शीशम, कचनार, बेहड़ा, बांस, नीम, अर्जुन, आंवला, कीकर, जामुन सहित विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपेगा।

वन विभाग इस वर्ष अपने चार वन परिक्षेत्रों नालागढ़, रामशहर, कोहू, बद्दी के तहत इन पौधों को लगाकर पर्यावरण बचाने का प्रयास करेगा। पौधारोपण से नालागढ़ वन मंडल का वनीकरण बढ़ेगा, जो औद्योगिक क्षेत्र के पर्यावरण संतुलन व संरक्षण में सहायक होगा और क्षेत्र भी हरा-भरा रहेगा। वन विभाग का मानना है कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के वातावरण को अधिकाधिक हरियाली दायक बनाया जाए।

वन मंडल नालागढ़ के तहत पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में बड़े पेड़ों को अधिक लगाने के लिए प्रयासरत रहेगा। वन विभाग इसमें स्वयंसेवी संगठनों, विद्यार्थियों, किसानों, उद्योगपतियों को भी अपने साथ जोड़ेगा। हर वर्ष बरसात में लगाए जाते हैं नए पौधे

वन विभाग प्रतिवर्ष बरसात के मौसम में अपने लक्ष्य के मुताबिक पौधारोपण अभियान छेड़ता है। औद्योगिक क्षेत्र होने के चलते बीबीएन में पर्यावरण संतुलन बनाने के दृष्टिगत हर वर्ष पौधारोपण किया जाता है। वन विभाग इस अभियान को बरसात के दौरान शुरू करता है और जहां नए पौधों को रोपता है, वहीं पुराने पौधों को संरक्षित करता है। बता दें कि प्रदेश सरकार ने भी हिमाचल को हरा-भरा रखने की मुहिम चलाई है और पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार ने कई योजनाएं बना रखी हैं। वन मंडल नालागढ़ के तहत 177 हेक्टेयर भूमि पर विभिन्न प्रजातियो के नए पौधे रोपित होंगे, जबकि पुराने पौधरोपित क्षेत्रों में भी 60 हजार पौधे रोपे जाएंगे। लोगों से अपील है कि वे पौधारोपण के लिए आगे आएं, ताकि क्षेत्र हरा-भरा और प्रदूषणमुक्त बन सके।

यशुदीप सिह, डीएफओ नालागढ़।

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