सितंबर अंत तक पूरा होगा सोलन-परवाणू फोरलेन
परवाणू-सोलन फोरलेन प्रोजेक्ट भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के लिए गले की फांस बनता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, सोलन : परवाणू-सोलन फोरलेन प्रोजेक्ट भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के लिए गले की फांस बन गया है। निर्धारित अवधि के तीन वर्ष बाद भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया है। उधर एनएचएआइ दावा कर रहा है कि फोरलेन प्रोजेक्ट इस साल सितंबर अंत तक पूरा हो जाएगा।
परवाणू-सोलन फोरलेन प्रोजेक्ट का टेंडर सितंबर 2015 में किया गया था। एनएचएआइ ने प्रोजेक्ट को पूरा करने की अवधि मार्च 2018 निर्धारित की थी। यह टेंडर निजी कंपनी को 748 करोड़ रुपये में दिया गया था। अब जून 2021 शुरू हो चुका है, लेकिन कार्य अधूरा है। एनएचएआइ ने भू-अधिग्रहण का कार्य पूरा किए बगैर ही टेंडर जारी कर दिए, जिसकी वजह से यह कार्य कई जगह रुका रहा। इस दौरान नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने पेड़ों के कटान पर स्टे लगा दिया, जिससे भी प्रोजेक्ट में देरी हुई। तीन बार प्रोजेक्ट को पूरा करने की निर्धारित हो चुकी है तारीख
अब तक तीन बार इस प्रोजेक्ट को पूरा किए जाने की तारीख निर्धारित की जा चुकी है, लेकिन बार-बार किसी न किसी वजह से यह प्रोजेक्ट अधूरा रह जाता है। 31 मार्च 2021 में यह काम पूरा होना था, लेकिन यह तारीख भी निकल गई। कई स्थानों पर अधूरा है काम
सपरून ओवरपास का कार्य अभी अधूरा है। इसके अलावा परवाणू के समीप भी करीब आधा किलोमीटर की पट्टी पर कटिग का कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है। यहां पर एक पुल भी बनना है। इसी प्रकार कथैड़ व डगशई के समीप पुल का कार्य अधूरा है। इन दिनों मजदूरों की दिक्कत आने के कारण काम अधिकतर जगह पर ठप है। ऐसे में सितंबर तक काम पूरा हो जाएगा, इस पर भी संशय है। कई कारणों से परवाणू-सोलन फोरलेन प्रोजेक्ट प्रभावित हुआ है। 95 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। शेष कार्य को भी सितंबर माह के अंत तक पूरा कर दिया जाएगा।
- सुरेश शर्मा, परियोजना निदेशक एनएचएआइ।