सोलन में इस बार भी नहीं होगी रामलीला, कलाकार मायूस

कोरोना संकट के चलते लगातार दूसरे वर्ष भी सोलन में रामलीला का मंचन नहीं हो पाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 07:42 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 07:42 PM (IST)
सोलन में इस बार भी नहीं होगी रामलीला, कलाकार मायूस
सोलन में इस बार भी नहीं होगी रामलीला, कलाकार मायूस

संवाद सहयोगी, सोलन : कोरोना संकट के चलते लगातार दूसरे वर्ष भी सोलन में रामलीला का मंचन नहीं हो पाया। रामलीला मंडल ने इसके आयोजन को लेकर प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए रामलीला के मंचन की अनुमति नहीं मिल पाई।

पिछले वर्ष भी कोरोना काल के चलते रामलीला का मंचन नहीं हो पाया था। वहीं, न ही दशहरे पर रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले जलाए गए। दशहरे पर ठोडो मैदान में होने वाला दंगल मेला भी नहीं हुआ था। सोलन में काफी वर्षो से रावण दहन और रामलीला के आयोजन की परंपरा है। 38 साल से तो जगदंबा रामलीला मंडल ही इसका आयोजन करता आ रहा है। रामलीला का आयोजन न होने से जहां कलाकार मायूस है, वहीं शहरवासी भी रामलीला मंचन देखने से वंचित रह गए।

जगदंबा रामलीला मंडल के निदेशक हरीश मरवाहा व प्रधान मुकेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने मंडल के सचिव के माध्यम से प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए। कोरोना संकट काल के चलते पिछले वर्ष भी रामलीला का मंचन नहीं हो पाया था। प्रशासन ही दशहरे के लिए रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले तैयार करवाता था, लेकिन इस बार अभी तक कोई गाइडलाइन नहीं मिली है। दर्शकों ने सराहा रामलीला का मंचन

संवाद सूत्र, अर्की : चौगान मैदान अर्की में चल रही रामलीला में बहुत ही मनमोहक दृश्यों का मंचन किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। क्लब के प्रधान हेमेंद्र गुप्ता ने बताया कि रामलीला में मुनि विश्वामित्र के यज्ञ को राक्षसों की ओर से भंग करना, मुनि विश्वामित्र का दशरथ दरबार में जाना व राम-लक्ष्मण को राजा दशरथ के पास अपनी रक्षा के लिए अपने साथ ले जाने के लिए मांगना, ताड़का वध, सीता स्वयंवर सहित अन्य मनमोहक दृश्यों का मंचन किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि सोनू सोनी ने शिरकत की। उन्होंने अपनी ओर से रामलीला क्लब को 3100 रुपये भेंट किए।

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