सुखना नाला के सफाई अभियान में जुटे उद्यमी

हिमाचल में दूषित पर्यावरण व बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदूषण विभाग ने विशेष स्वच्?छता अभियान चलाया है। अभियान का मुख्य उद्देश्य हिमाचल के सभी छोटे बड़े जल स्त्रोतों को साफ करना है, मुख्यत: इसमें हिमाचल की सात नदियों व उनके जल स्त्रोतों की सफाई को विशेष तौर से साफ करने का उद्देश्य रखा गया है। परवाणू से होकर जाने वाला सुखना नाला उद्योगों की गंदगी के चलते दूषित हो गया था व उद्योगों द्वारा नाले में केमिकल बहाये जाने के कारण यह पानी पशुओं के पीने लायक भी नहीं रह गया था। प्रदूषण विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इस मुहीम का शुभारम्भ सेक्टर 5 के दशहरा ग्राउंड से किया, जिसमे मुख्य रूप से प्रदूषण विभाग के मेंबर सेक्रेटरी डा. आर के प्रूथी आईएएस के साथ जस्टिस प्रीतम पाल पूर्व न्यायधीश पंजाब हरयाणा हाई कोर्ट के साथ साथ प्रदूषण विभाग के पूरे प्रदेश के अधिकारीगण मौजूद रहे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 07:06 PM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 07:06 PM (IST)
सुखना नाला के सफाई अभियान में जुटे उद्यमी
सुखना नाला के सफाई अभियान में जुटे उद्यमी

संवाद सूत्र, परवाणू : हिमाचल में दूषित पर्यावरण व बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदूषण विभाग ने विशेष स्वच्छता अभियान चलाया है। अभियान का मुख्य उद्देश्य हिमाचल के सभी छोटे बड़े जलस्रोतों को साफ करना है। परवाणू से होकर जाने वाला सुखना नाला उद्योगों की गंदगी के चलते दूषित हो गया था व उद्योगों द्वारा नाले में केमिकल बहाये जाने के कारण यह पानी पशुओं के पीने लायक भी नहीं रह गया था। प्रदूषण विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इस मुहीम का शुभारंभ सेक्टर पांच के दशहरा ग्राउंड से किया, जिसमे मुख्य रूप से प्रदूषण विभाग के मेंबर सेक्रेटरी डॉ. आर के प्रूथी आइएएस के साथ जस्टिस प्रीतम पाल पूर्व न्यायधीश पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के साथ साथ प्रदूषण विभाग के पूरे प्रदेश के अधिकारीगण मौजूद रहे। इस अभियान में स्थानीय प्रशासन व 20 उद्योगों के करीब 700 स्वयंसेवकों ने अपना योगदान दिया व सुखना नाला को शिवलोती मंदिर से लेकर परवाणू बैरियर तक इसे साफ किया। इस अभियान के दौरान करीब 32 टन कूड़ा एकत्र किया गया। इस मौके पर नगर परिषद् अध्यक्ष ठाकुर दास शर्मा ने बताया की यहां से एकत्र किये गए कचरे की छंटाई करने के बाद इसमें से निकले प्लास्टिक से टाइलों का निर्माण किया जाएगा, जो की ग्रामीण क्षेत्रों के कच्चे रास्तों में उपयोग की जाएगी। इस मुहीम में मुख्यत: माइक्रोटेक कंपनी, इन्ड स्पिनिक्स, टोटल हेल्थ केयर, मोरपन लैब्स, फोर्ज इंडिया, एगेब्रियल फेडरल, मु़गल ए महाले इंडिया, फूजियामा पावर, एनकेमको, आयशर ट्रेक्टर, व अन्य कंपनी के कर्मचारियों ने अपना योगदान दिया। माइक्रोटेक ने पूरा किया स्वच्छ परवाणू अभियान का एक वर्ष

परवाणू की माइक्रोटेक कंपनी के मालिक व पीआईए के अध्यक्ष सुबोध गुप्ता ने कहा कि वह पिछले एक वर्ष से परवाणू को स्वच्छ बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा 15 दिसंबर को क्लीन परवाणू व ग्रीन परवाणू मिशन शुरू किया गया था। इसके बाद से ही माइक्रोटेक कंपनी ने अपनी कंपनी के कर्मचारियों के साथ मिलकर इस अभियान को नियमित रखा और परवाणू में स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपना भरपूर सहयोग दिया। गुप्ता ने बताया कि माइक्रोटेक के 20 से 25 कर्मचारी परवाणू में जगह जगह हर शनिवार पूरी आस्था से करीब दो घंटे तक सफाई कर इस मुहीम को निरंतर चलाते रहे हैं व साथ में वृक्षारोपण व अन्य सामाजिक कार्य भी समय समय पर करते रहे हैं। एक वर्ष तक स्वच्छ परवाणू अभियान को निरंतर चलाने के लिए सुबोध गुप्ता ने इस मुहीम में शामिल होने वाले कर्मचारियों को बधाई दी तथा उनके इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

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