हर बेड के पास मिलेगी आक्सीजन की सुविधा

सोलन शिमला व सिरमौर जिलों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने वाले क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में लोगों को हर सुविधा मुहैया करवाने की कोशिश की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 09:26 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 09:26 PM (IST)
हर बेड के पास मिलेगी आक्सीजन की सुविधा
हर बेड के पास मिलेगी आक्सीजन की सुविधा

मनमोहन वशिष्ठ, सोलन

सोलन, शिमला व सिरमौर जिलों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने वाले क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में वर्तमान में चिकित्सकों की पूरी संख्या है, जिससे इलाज के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों को इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है। अस्पताल में कोविड काल के बाद अब ओपीडी में भी संख्या बीते दिनों की अपेक्षा बढ़ गई है। कोरोना काल के बाद अस्पताल में आक्सीजन प्लांट शुरू कर दिया गया है, जिससे मरीजों को अब आक्सीजन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके अलावा हाईटेक सीटी स्कैन की सुविधा भी जल्द अस्पताल में शुरू होने जा रही है। नया क्षेत्रीय अस्पताल बनने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसके अलावा अस्पताल में अन्य क्या सुविधाएं शुरू होने जा रही हैं इस पर क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के चिकित्सा अधीक्षक डा. एसएल वर्मा से बातचीत की गई। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश। कोरोना काल में ओपीडी की क्या स्थिति है?

जिला अस्पताल होने के कारण यहां जिले सहित शिमला व सिरमौर जिलों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल दो सौ बेड का है। कोरोना काल में ओपीडी में कमी आ गई थी, लेकिन अब फिर से ओपीडी की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। वर्तमान में एक हजार से अधिक ओपीडी हो रही है। अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन कब तक स्थापित हो जाएगी?

अस्पताल में हाईटेक सीटी स्कैन मशीन स्थापित की जा रही है। यह मशीन एक बारी में ही मरीज की चोट की 50 विभिन्न तस्वीरें लेने में सक्षम होगी। अस्पताल में कंपनी द्वारा ही इसे संचालित किया जाएगा। अस्पताल में वर्तमान में आक्सीजन क्षमता कितनी है?

अस्पताल में हाल ही में आक्सीजन प्लांट शुरू हुआ है। यह प्रति मिनट एक हजार लीटर आक्सीजन बना रहा है। अभी 30 बेडों पर ही आक्सीजन की सुविधा है, लेकिन अब अस्पताल के हर वार्ड में स्थापित 190 बेडों के पास आक्सीजन सप्लाई के प्वाइंट लगाने की प्रक्रिया चल रही है। हर मरीज के बेड के पास आक्सीजन का प्वाइंट होने से सिलेंडर ढोने की जरूरत नहीं होगी व इमरजेंसी में मरीज आराम से इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।

नया क्षेत्रीय अस्पताल कब तक तैयार होगा?

चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर कथेड़ में बनने जा रहा यह अस्पताल कई मायनों में मरीजों के लिए लाभकारी होगा। करीब 79 बीघा में बनने जा रहे इस अस्पताल में सौ वाहनों की पार्किंग, ट्रामा सेंटर व अन्य सुविधाएं होंगी।

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