नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त से पहले कसौली व चायल में घटे पर्यटक

मनमोहन वशिष्ठ सोलन पर्यटकों के लिए हिमाचल में आने के लिए 16 अप्रैल के बाद प्रदेश सरकार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 06:32 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:32 PM (IST)
नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त से पहले कसौली व चायल में घटे पर्यटक
नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त से पहले कसौली व चायल में घटे पर्यटक

मनमोहन वशिष्ठ, सोलन

पर्यटकों के लिए हिमाचल में आने के लिए 16 अप्रैल के बाद प्रदेश सरकार द्वारा अनिवार्य की गई आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त के निर्देश से पहले ही जिले के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आमद घट गई है। जिले की पर्यटन नगरी कसौली व चायल में इन दिनों पर्यटकों की संख्या में एकाएक कमी आ गई है। होटलों व रिसो‌र्ट्स में जहां एडवांस बुकिग रद हो रही हैं, वहीं आगामी बुकिग के लिए होने वाली पूछताछ भी बंद हो गई है।

होटलियर्स का मानना है कि आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त पर्यटन उद्योग के लिए एक तरह का अघोषित लॉकडाउन ही है। इससे होटलों में व्यवसाय पूरी तरह ठप हो जाएगा। होटलियर्स संघ का कहना है कि बीते वर्ष लॉकडाउन के कारण अभी तक वे घाटे में हैं और कर्मचारियों के लिए वेतन तक देने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। अब होटल पूरी तरह खुल गए हैं और पूरे स्टाफ को बुला लिया गया है, लेकिन सरकार की यह शर्त पर्यटन उद्योग के लिए हित में नहीं है। होटलियर्स का कहना है कि इस शर्त को खत्म किया जाए या फिर प्रदेश की सीमा पर ही आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की जांच हो। बुधवार को कसौली की सड़कों पर वाहनों की संख्या भी कम दिखी। क्या कहते हैं होटल मालिक

आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त को सरकार खत्म करे या फिर बॉर्डर पर ही इसकी जांच सुनिश्चित की जाए। लॉकडाउन के बाद बड़ी मुश्किल से व्यवसाय पटरी पर लौटने लगा था, लेकिन अब इस शर्त से पर्यटकों ने बुकिग रद करवानी शुरू कर दी हैं। आगामी बुकिग के लिए भी पर्यटकों की पूछताछ कॉल न के बराबर हो गई हैं। लॉकडाउन के बाद जब से होटल इंडस्ट्री खुली है, तब से लेकर प्रदेश के किसी भी होटल में कोई भी कर्मचारी कोरोना संक्रमित नहीं आया है। होटलियर्स एसओपी का पालन कर रहे हैं। संघ की ओर से सरकार से मांग की गई है कि इस शर्त को खत्म किया जाए और पहले की तरह मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) ही जारी रहे।

- राजिद्र चोपड़ा, अध्यक्ष कसौली होटलियर्स एसोसिएशन एवं एमडी कसौली कैसल होटल। हम होटल में पर्यटकों के आने पर थर्मल स्कैनिग करते हैं। चेक इन करते समय भी हम जांच करते हैं और यदि हमें हल्का सा जुकाम या बुखार लगता है तो उसे वापस कर देते हैं। सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन करते हुए सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है। कर्मचारी भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हैं, लेकिन इस शर्त से पर्यटन के लिए लॉकडाउन जैसे हालात न बन जाएं।

- बलबीर सिंह, जीएम रोजटम होटल कसौली। पर्यटक एडवांस बुकिग रद करवा रहे हैं और नई बुकिग भी ठप हो गई हैं। हम सरकार से केवल यही मांग करते हैं कि आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त को अनिवार्य न किया जाए। हम सरकार के साथ हैं और कोविड को लेकर जारी एसओपी का पूरी तरह पालन कर रहे हैं। लेकिन इस शर्त के साथ पर्यटक घूमने के लिए आने को तैयार नहीं हैं, इसलिए सरकार इस शर्त को आवश्यक न बनाएं।

- रॉकी चिमनी, एमडी ग्लेन व्यू रिसोर्ट कसौली। सरकार द्वारा आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त अनवार्य बनाना पर्यटन व्यवसाय को लॉकडाउन की ओर धकेलने जैसा है। पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों से काफी संख्या में आने वाले पर्यटक ही हिमाचल के होटल व पर्यटन व्यवसाय के पूरक हैं। इस शर्त से न केवल पर्यटन उद्योग के लिए लॉकडाउन जैसी स्थिति पैदा होगी बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी बुरी तरह से प्रभावित करेगी। इससे बेरोजगारी भी बढ़ेगी।

- गुंजन पांडे, जीएम द फेरन सूर्या रिसोर्ट कसौली हिल्स। पर्यटकों के लिए आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की शर्त अनिवार्य न की जाए, क्योंकि जब से होटल खुले हैं तब से होटलों में कोई भी कोरोना का मामला नहीं आया है। होटलियर्स कोविड प्रोटोकॉल व एसओपी का पूरी तरह पालन कर रहे हैं। कमरों को सैनिटाइज किया जाता है। होटल कर्मचारियों को फ्रंट वॉरियर की श्रेणी में लेकर सभी को कोरोना वैक्सीन लगाई जाए।

- देवेंद्र वर्मा, अध्यक्ष चायल होटल एसोसिएशन व एमडी एकांत होटल चायल।

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