धान व मक्की की बिजाई में जुटे किसान

उपमंडल नालागढ़ के किसानों ने धान व मक्की की फसल की बिजाई शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 08:18 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 08:18 PM (IST)
धान व मक्की की बिजाई में जुटे किसान
धान व मक्की की बिजाई में जुटे किसान

संवाद सूत्र, नालागढ़ : उपमंडल नालागढ़ के किसानों ने धान व मक्की की फसल की बिजाई शुरू कर दी है। इसके लिए कृषि विभाग ने भी अनुदान पर बीज मुहैया करवाया है। कृषि विभाग ने 600 क्विंटल मक्की का बीज मंगवाया था, जिसमें 75 फीसद बिक गया है। विभाग ने मक्की पर 40 फीसद अनुदान दिया है। चरी का बीज 150 क्विंटल आया था, जो बिक गया है। 100 क्विंटल बाजरा के बीज में से 90 क्विंटल बिक गया है।

नालागढ़ उपमंडल के मैदानी व पहाड़ी क्षेत्र में 9720 हेक्टेयर भूमि पर मक्की व करीब 12 हजार हेक्टेयर जमीन में धान की खेती होती है। गत दिनों हुई बारिश से जिले के विभिन्न क्षेत्रों को जोतकर बरसाती सीजन की टमाटर की फसल के लिए तैयार कर रहे हैं। कृषि विभाग के विषयवाद विशेषज्ञ डा. प्रेम ठाकुर ने बताया कि मक्की की बिजाई व धान की रोपाई के लिए उचित समय है और किसान समय रहते बिजाई कर लें। नहीं मिल रहे मजदूर, कामगारों ने बढ़ा दी है दिहाड़ी

किसानों ने धान की रोपाई का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन किसानों को मजदूर नहीं मिल रहे हैं। जो मजदूर मिल रहे हैं उन्होंने अपनी दिहाड़ी बढ़ा दी है। पिछले वर्ष एक एकड़ जमीन में धान लगाने के लिए तीन हजार मजदूरी थी, लेकिन इस वर्ष 45 सौ रुपये में भी मजदूर नहीं मिल रहे हैं। मजदूरों ने दिहाड़ी डेढ़ गुणा बढ़ा दी है। डूमनवाला के किसान अमरचंद ठाकुर ने बताया कि मजदूरी महंगी हो गई है। बारिश न पड़ने से पानी के बिना धान लगाने में दिक्कत आ रही है। क्षेत्र में जल स्तर काफी नीचे चला गया है। नालागढ़ के किसान प्रेम चौधरी व भोगपुर के किसान सुरेंद्र ने बताया कि किसानों ने धान व मक्की की बिजाई का कार्य तो शुरू कर दिया है, लेकिन मजदूर नहीं मिल रहे हैं, जिससे बिजाई की रफ्तार धीमी पड़ी हुई है।

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